गुजरात में खजांची को किसने दिया कैलिफोर्नियम! नेटवर्क को खंगालने में जुट गयीं सुरक्षा एजेंसियां
50 ग्राम वजन वाले 850 करोड़ के कैलिफोर्नियम जैसा दिखनेवाले पदार्थ को गुजरात से तस्करी कर गोपालगंज लाया गया था. उत्तर प्रदेश के खजांची कुशवाहा ने इन तस्करों को सौंपा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
गोपालगंज. 50 ग्राम वजन वाले 850 करोड़ के कैलिफोर्नियम जैसा दिखनेवाले पदार्थ को गुजरात से तस्करी कर गोपालगंज लाया गया था. उत्तर प्रदेश के खजांची कुशवाहा ने इन तस्करों को सौंपा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. खजांची के पास गुजरात से यह पदार्थ कैसे पहुंचा, इसका नेटवर्क सुरक्षा एजेंसियां खंगाल रही हैं. पुलिस से कई सुरक्षा एजेंसियों ने संपर्क किया है और इन पदार्थ की तस्करी से जुड़े तस्करों के बारे में जानकारी ली है. उधर, पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने खजांची की गिरफ्तारी के लिए उसके ठिकानों पर छापेमारी की है. रविवार को हुई छापेमारी के बाद खजांची कुशवाहा का लोकेशन बदल गया. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तमकुही थाना क्षेत्र के परसौनी बुजुर्ग सियराहा निवासी खजांची कुशवाहा सालों से गुजरात के अहमदाबाद में काम करता था. किस कंपनी में काम करता था, इसके बारे में खुलासा नहीं हो सका है. पुलिस का कहना है कि खजांची की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि वह पदार्थ कहां से लाया था. पुलिस के सूत्र बता रहे हैं कि खजांची के साथ ही तीनों युवक काम करते थे. खजांची जब घर लौटा, तो इन तस्करों को पदार्थ दे दिया. इन तीनों तस्कर चंदन राम, चंदन गुप्ता और छोटेलाल प्रसाद ने काला हीरा समझकर रख लिया और यूपी के रास्ते गोपालगंज में बेचने की नीयत से प्रवेश करने लगे, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया. बलथरी चेकपोस्ट के पास से गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खजांची समेत चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की और तीनों को जेल भेज दिया. वहीं, फरार खजांची कुशवाहा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उधर, पदार्थ की बरामदगी के बाद पुलिस भी हैरान रह गयी. हालांकि भाभा परमाणु ऊर्जा केंद्र की टीम के आने के बाद जांच की गयी, इसके बाद पदार्थ से रेडिएशन नहीं निकलने की जानकारी दी गयी, तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली है. पुलिस अब उस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसकी जांच के लिए सैंपल को लेकर वैज्ञानिकों की टीम मुंबई रवाना हुई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद पदार्थ के बारे में खुलासा हो पायेगा.
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