बिहार में जातियों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति के आंकड़े भी होंगे जारी, बोले नीतीश कुमार- सभी के लिए होगा काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस बैठक में एक-एक चीजों का प्रजेंटेशन दिया जायेगा. सबकी राय लेकर आगे कदम उठायेंगे. जातीय गणना के साथ-साथ एक-एक परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी ले ली गयी है, उसकी रिपोर्ट भी जारी होगी. अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या बढ़ी है, उनको भी फायदा होगा.
पटना. जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पर चर्चा के लिए गणना की पहल में शामिल सभी नौ दलों की बैठक मंगलवार अपराह्न साढ़े तीन बजे बुलायी गयी है. यह जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में दी. वे पटना के गांधी संग्रहालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि उस बैठक में एक-एक चीजों का प्रजेंटेशन दिया जायेगा. सबकी राय लेकर आगे कदम उठायेंगे. जातीय गणना के साथ-साथ एक-एक परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी ले ली गयी है, उसकी रिपोर्ट भी जारी होगी. अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या बढ़ी है, उनको भी फायदा होगा. सबको लाभ मिले इसको लेकर कल की मीटिंग में एक-एक चीज को रखा जायेगा.
सभी जातियों के हित में काम आगे बढ़ेगा
प्रधानमंत्री के द्वारा अतिपछड़ी जातियों के लिए विश्वकर्मा योजना लागू किये जाने और बिहार में अतिपिछड़ी जातियों की संख्या बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको ये सब पता नहीं है कि उनलोगों ने क्या लागू किया है. बिहार में हमलोग जितना काम किये हैं उतना आज तक कोई नहीं किया है. बिहार में किसी एक जाति नहीं बल्कि सभी जातियों के हित में काम आगे बढ़ेगा. वर्ष 2011 में केंद्र सरकार ने जनगणना करायी थी. इसके 10 वर्षो के बाद भी जनगणना नहीं हुई है.
आगे के लिए होगा निर्णय
आबादी के अनुपात में आरक्षण का दायरा बढ़ाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कुछ कहना उचित नहीं है. मंगलवार को सभी के सामने जाति आधारित गणना की रिपोर्ट का प्रजेंटेशन होने के बाद जो भी स्थिति है उसके आधार पर काम आगे बढ़ाने को लेकर हमलोग निर्णय लेंगे. एक-एक बात को सबके सामने रख देना जरूरी है. उसके बाद हमलोग आगे बेहतर करने की कोशिश करेंगे. अभी इस पर कुछ भी कहना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि मंगलवार के बाद आपलोगों को धीरे-धीरे पता चलेगा. उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी संख्या है उसकी उतनी भागीदारी होनी चाहिए, शुरू से हमलोग इस बात को कह रहे हैं. केंद्र वाले कोई काम नहीं कर रहे हैं. हिंदू या मुस्लिम किसी के लिए कोई काम नहीं हो रहा है.
गांधी संग्रहालय में बनेंगे दो हॉल, लाइब्रेरी का होगा विस्तार
गांधी संग्रहालय को डेवलप किया जायेगा. गांधी जी के कामों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित किया जायेगा. इसके लिए दिशा-निर्देश दे दिया गया है. दो हॉल बनेंगे. लाइब्रेरी का विस्तार किया जायेगा. पार्क को और भी सुंदर बनाया जायेगा. इस सभी का विस्तार होगा, ताकि आने वाली पीढ़ी भविष्य गांधी जी के विचारों को जाने व समझे. ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को गांधी जयंती समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि हम बापू के एक-एक चीजों को याद दिलाते रहते हैं. जब हम मुख्यमंत्री नहीं भी थे, तो यहां आते रहते थे. गांधी संग्रहालय परिसर के विकास के लिए काफी अच्छा और बेहतर ढंग से काम किया गया है. आज भी हमने यहां कुछ सुझाव दिये हैं, ताकि पटना का यह बापू संग्रहालय और बेहतरीन हो सके. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को हम तो बापू ही कहते हैं. उनके द्वारा बतायी गयी हर बात को न सिर्फ याद रखना है, बल्कि नयी पीढ़ी के ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को बापू के विचारों से अवगत कराना है और यह काम हमलोग करा भी रहे हैं. बिहार में प्रारंभ से ही हमलोग बापू के विचारों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य करा रहे हैं.
रजी अहमद से हमारा पुराना संबंध
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी संग्रहालय की बगल में ही पांच हजार क्षमता वाले बापू सभागार का निर्माण कराया गया है. देश में इतना बड़ा सभागार कहीं नहीं है. पटना में बापू टावर का भी निर्माण कराया जा रहा है. आजादी की लड़ाई में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बिहार में बापू द्वारा वर्ष 1917 में किये गये चंपारण सत्याग्रह के 30 वर्ष के अंदर ही देश को आजादी मिल गयी. हमलोगों ने चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरा होने पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया. गांधी संग्रहालय, पटना के पूर्व सचिव रजी अहमद से हमारा पुराना संबंध है. अब इनके सुपुत्र यहां का काम देख रहे हैं. यहां आगे भी ठीक ढंग से काम होता रहे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखना है. हिंदू-मुस्लिम सहित अन्य सभी धर्मों के लोग बापू के बताये विचारों को याद रखें, यही हमारा आप सभी से आग्रह है.
इप्टा के कलाकारों भजन की दी प्रस्तुति
इस कार्यक्रम में इप्टा के कलाकारों ने बापू के भजन का प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छे ढंग से किया है. कार्यक्रम में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने बापू के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री के समक्ष कलाकारों ने बापू के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेनो कहिए जे पीर पराई जाने रे’ और ‘रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम’ का गायन किया. गांधी संग्रहालय, पटना के सचिव आसिफ वसी ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंटकर उनका अभिनंदन किया. इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के उप सभापति रामचंद्र पूर्वे, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, विधान पार्षद रामवचन राय, संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, गांधी संग्रहालय के पूर्व सचिव रजी अहमद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, प्रमंडीलय आयुक्त कुमार रवि, डीएम चंद्रशेखर सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, गांधीवादी विचारक और बापू के अनुयायी उपस्थित थे.