पटना. देश में फैले कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को लेकर सभी की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. बिहार में अब तक इस प्रकार के वैरिएंट की जानकारी नहीं मिली है. हालांकि, राज्य सरकार पहले से ही सतर्कता बरत रही है. यही कारण है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच के लिए 50 लोगों के सैंपल लिये गये हैं, जिन्हें जांच के लिए गुरुवार को भुवनेश्वर रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर लैब भेजा जायेगा. अगर राज्य में इस वैरिएंट की पुष्टि होती है, तो कोरोना को लेकर नयी रणनीति तैयार की जायेगी.
काफी खतरनाक है यह वैरियंट : कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने भारी तबाही मचायी है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वायरस ने एक बार फिर अपना स्वरूप बदल लिया है. विशेषज्ञों ने इस बदले स्वरूप का नाम डेल्टा प्लस वेरिएंट दिया है, जो काफी खतरनाक है और तेजी से फैलता है.
देश मे डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक 40 मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की नजर कोरोना के हर मामले पर है. कोरोना टेस्ट की संख्या भी लगातार बढ़ायी जा रही है.
अब यह चर्चा है कि दूसरी लहर में कहर मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट ने अपना स्वरूप बदल लिया है. सरकार इसे लेकर काफी गंभीर है. विभाग ने उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया है कि डेल्टा प्लस के राज्य में मामले की पुष्टि के लिए 40-50 कोरोना संक्रमितों के सैंपलों को जांच के लिए भुनेश्वर भेजा जाये. गुरुवार को सैंपल भेज दिये जायेंगे. जांच रिपोर्ट 15 दिनों में सरकार को मिल जायेगी.
Posted by Ashish Jha