मुजफ्फरपुर. सरकरी नौकरी करने वालों के लिए एक खबर आई है. सरकारी सेवकों को अब प्रतियोगिता परीक्षाओं में बैठने के लिए अधिकतम तीन बार ही विभागीय अनुमति मिलेगी. आवेदन के साथ कर्मी को यह भी बताना होगा कि संबंधित परीक्षा में वह पूर्व में कितने अवसर का उपयोग कर चुका है. सरकार की तरफ से लिये गये इस निर्णय के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं के नाम पर अनावश्यक अवकाश लेने के चलन पर रोक लगेगी.
सरकार के अवर सचिव कामाख्या नारायण श्रीवास्तव ने इस संबंध में राज्य के सभी पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है. उन्होंने प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होने के लिए विभागीय अनुमति देने से पहले यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अधिकतम तीन अवसर ही सरकारी सेवक को दिया जाये. सरकार के सामान्य प्रशासन शाखा की ओर से 12 जनवरी 2022 को जारी आदेश का भी उल्लेख किया है.
पत्र में ये भी कहा गया है कि आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में बैठने के लिए राज्य के सरकारी सेवकों के लिए राज्य सरकार की सेवा में आने के उपरांत अधिकतम तीन अवसरों की सीमा होगी. ऐसे में बिहार लोक सेवा आयोग या कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होने वाले पदाधिकारी या कर्मचारी को अनुमति देने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि तीन से अधिक अवसर न दिया जाए
राज्य सरकार की सेवा में आने के बाद किसी भी आवेदक को अधिकतम तीन अवसर दिये जाएंगे. सामान्य प्रशासन विभाग ने आयोग द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं के संबंध में सभी विभागों के प्रमुख, को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है. बता दें कि वर्ष 2003 में ही प्रतियोगी परीक्षा में बैठने के लिए अवसरों की सीमा को खत्म कर दिया गया है.