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मिथिला पेंटिंग को बाजार उपलब्ध कराने में जुटी सरकार, पैदा होंगे रोजगार के अवसर

ग्लोबल पहचान बना चुकी मिथिला पेंटिंग को बाजार से जोड़ने की कवायद राज्य सरकार ने शुरू की है. इसका मकसद मिथिला पेंटिंग से जुड़े कलाकारों को रोजगार उपलब्ध कराना है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 2, 2021 11:05 AM

प्रभात खबर टोली4दरभंगा/मधुबनी. ग्लोबल पहचान बना चुकी मिथिला पेंटिंग को बाजार से जोड़ने की कवायद राज्य सरकार ने शुरू की है. इसका मकसद मिथिला पेंटिंग से जुड़े कलाकारों को रोजगार उपलब्ध कराना है. मधुबनी जिले के सौराठ में स्थापित हो रहा मिथिला पेंटिंग इंस्टीट्यूट का संचालन जल्द ही शुरू होगा. यहां नामी-गिरामी कलाकार नयी पीढ़ी को प्रशिक्षण देंगे.

सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा का कहना है कि मिथिला पेंटिंग को रोजगार से जोड़ने पर इसके आगे बढ़ने का रास्ता खुलेगा. रविवार को वह दरभंगा के पुअर होम परिसर में पद्मश्री दुलारी बाई के सम्मान में आयोजित समारोह में पहुंचे थे.

मंत्री संजय झा ने कहा कि मिथिला पेंटिंग को बढ़ावा देेने के लिए राज्य सरकार कई स्तर पर काम कर रही है. इससे कलाकारों को न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि इस ऐतिहासिक कला को नया आयाम भी मिलेगा.

पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आने वाले दिनों में मिथिला पेंटिंग को रोजगार से जोड़ना तभी संभव है, जब इसका मार्केट उपलब्ध हो. जब कलाकारों को इससे पैसा मिलेगा, आमदनी होगी तो इसके प्रति उनका झुकाव होगा. उन्होंने कलाकारों को इसके लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार करने का प्रस्ताव दिया है.

सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने कहा- मिथिला पेंटिंग के कलाकार आपस में बात कर एक ब्लूप्रिंट तैयार करें. फिर सरकार से जो संभव है, वह किया जायेगा. मुख्यमंत्री से भी इस पर बात की जायेगी. सृजन मिथिला की निदेशक पुतुल चौधरी ने कहा कि मिथिला पेंटिंग को रोजगार से जोड़ने की पहल सराहनीय है.

बाद में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने ट्विट किया- दरभंगा में मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से मिल कर और सृजन मिथिला से जुड़े कलाकारों द्वारा तैयार खूबसूरत बेडशीट व अन्य उत्पाद देख कर अच्छा लगा. बिहार सरकार मिथिला पेंटिंग को बढ़ावा देने के लिए कई स्तरों पर काम कर रही है.

सौराठ के संस्थान में दो कोर्स

मधुबनी के रहिका प्रखंड के सौराठ में मिथिला चित्रकला संस्थान और मिथिला ललित संग्रहालय भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. मंत्री संजय झा ने इसके निर्माण की पहल की थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 जनवरी, 2019 को भवन का शिलान्यास किया था.

यहां मिथिला चित्रकला के लिए दो तरह के कोर्स- सर्टिफिकेट कोर्स (6 माह) और डिग्री कोर्स चलाये जायेंगे. सर्टिफिकेट कोर्स और डिग्री कोर्स करने वालों को आर्थिक सहायता भी दी जायेगी. सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा के मुताबिक, संस्थान जल्द शुरू हो जायेगा और यहां बड़े कलाकार मिथिला पेंटिंग का प्रशिक्षण देंगे.

Posted by Ashish Jha

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