शिक्षा विभाग शिक्षक नियुक्ति का एक और चरण फिर शुरू करने जा रहा है. स्कूल अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अगले फेज मे करीब 1.10 लाख के आसपास नियुक्तियां संभव है. शिक्षा विभाग बिहार लोक सेवा आयोग से बची रिक्तियों की जानकारी मांगने जा रहा है. इसके बाद तय होगा कि असल मे किस विषय मे कितनी नियुक्तियां करनी है. हालांकि यह तय है कि जल्दी ही शुूरू हाेने जा रहे शिक्षक नियोजन मे सर्वाधिक नियुक्तियां माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों से जुड़ी होगी. अगले चरण की नियुक्ति की अधियाचना पूरी तरह विषयवार रिजल्ट आने के बाद भेजी जायेगी.
विज्ञापन की प्रक्रिया नवंबर मे शुरू होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक बीपीएससी से बतायी गयी जानकारी के अनुसार माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलो के लिए 90804 रिक्त पदो मे केवल 49905 अभ्यर्थी ही चयनित हुए है. अब भी 40899 पद रिक्त है. इसमे हाल मे प्लस टू स्कूलोें के लिए सृजित 37710 पदो को जोड़ दे, तो कुल संभावित रिक्त पदो की संख्या 78609 होगी. जबकि, कक्षा छह से आठ तक के लिए कुल रिक्त पदो की संख्या 31982 है. इनको जोड़ दे, तो करीब एक लाख दस हजार रिक्तियां संभव है, जिनके लिए अगले चरण मे नियुक्ति होनी है अगले चरण के लिए शिक्षा विभाग की बिहार लोक सेवा आयोग के बीच अनौपचारिक मीटिंग हो चुकी है. विभाग रोस्टर क्लियरेंस भी करा चुका है. रोस्टर क्लियरेस 69 हजार से अधिक पदो का कराया गया है
पहले चरण की भर्ती मे जो पद रिक्त रह गये है, उनका रोस्टर क्लियरेंस एक बार फिर कराना होगा. यही वजह है कि अधियाचना भेजने में समय लग सकता है. फिलहाल यह तय है कि अगले चरण के शिक्षक नियोजन में एक बार फिर प्लस टू स्कूलो के शिक्षको की संख्या अधिक होगी.
माध्यमिक और उच माध्यमिक श्रेणी के चयनित शिकको शिक्षा विभाग सबसे पहले उतकमित प्लस टू स्कलो मे नियुक करेगा. दरअसल, यही वे स्कल है, जहां पद रिक्त है. बच्चों की संख्या काफी है. विभागीय सूत्र बताते है कि आठ हजार से अधिक उत्क्रमित स्कूलों मे शिक्षकों को चल रही प्रारंभिक ट्रेनिंग के बाद पहुंचाया जायेगा. दीपावली की छुटटी के बाद ट्रेंड शिक्षक स्कूलों मे पहुंच जायेंगे.