नदी में ही बन गया सरकारी स्कूल, पटना डीएम ने दिये जांच के आदेश, जानिये क्या है मामला
डीएम ने निरीक्षण में पाया कि गोईठवा नदी में प्राथमिक विद्यालय का निर्माण कर लिया गया है. साथ ही लगभग 500 की संख्या में घर एवं अन्य संरचनाओं निर्माण कर लिया गया है. यहां सरकारी स्कूल नदी में ही बना दिया गया है. ऐसे में बाढ़ आने पर स्कूल की स्थिति क्या होगी, इसकी सहज कल्पना ही की जा सकती है.
पटना. पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह गुरुवार को जिले के बेलछी प्रखंड स्थित जगजनपुर में पंचाने नदी की उड़ाही और भिखोचक गांव में गोईठवा नदी के अतिक्रमण का निरीक्षण करने पहुंचे. गोईठवा नदी में अतिक्रमण की स्थिति देख कर डीएम भी दंग रह गये. यहां सरकारी स्कूल नदी में ही बना दिया गया है. ऐसे में बाढ़ आने पर स्कूल की स्थिति क्या होगी, इसकी सहज कल्पना ही की जा सकती है. डीएम ने निरीक्षण में पाया कि गोईठवा नदी में प्राथमिक विद्यालय का निर्माण कर लिया गया है. साथ ही लगभग 500 की संख्या में घर एवं अन्य संरचनाओं निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है.
तथ्य की जांच कर इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश
डीएम ने इस पर नाराजगी जताते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस तथ्य की जांच कर इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया कि नदी के बीच में विद्यालय निर्माण की स्वीकृति कब और कैसे प्राप्त हुई? विद्यालय में छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों की कितनी संख्या है तथा नजदीकतम विद्यालय कौन सा है? डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी को गोइठवा नदी को अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को नदी को पुनर्जीवित करने के लिए प्राक्कलन समर्पित करने का निर्देश दिया.
नदी का उड़ाही कार्य 31 मई, 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा
इस मौके पर बताया गया कि पटना जिलान्तर्गत बेलछी प्रखंड में अलीपुर से जोधनबीघा होते हुए जगजानपुर एवं जगजानपुर से ताजिनिपुर तक गोइठवां/पंचाने नदी का तल सफाई कार्य प्रगति पर है. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पंचाने नदी का उड़ाही कार्य 31 मई, 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा.
गंगा नदी चैनल का निर्माण कार्य 31 मई तक हो जायेगा पूरा
जिले के बख्तियारपुर एवं अथमलगोला प्रखंड में घोसवरी घाट से रवाइच, सीढ़ीघाट, मुुक्तिधाम होते हुए रामनगर दियारा तक गंगा नदी के पुराने धार को पुनर्स्थापित एवं पुनर्जीवित करने लिए गंगा नदी चैनल निर्माण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. इसकी कुल लंबाई 5,700 मीटर तथा कुल गहराई 5.50 मीटर से 7.50 मीटर के बीच है. अभी लगभग 5 मीटर से 6 मीटर के बीच इसकी गहराई की गयी है. लगभग 0.5 मीटर से 1.50 मीटर के बीच और गहरा करना है.