नए साल के पहले दिन खुलेंगे बिहार के सभी सरकारी स्कूल, लागू होगी उपस्थिति की नई व्यवस्था
शिक्षा विभाग अब शिक्षकों की उपस्थिति और उनके द्वारा ली गई कक्षाओं की पूरी रिपोर्ट लेगा. सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों को दिये गये प्रारूप में बताना होगा कि किस दिन कौन से शिक्षक विद्यालय आये और किस घंटी पर किसने कौन सी कक्षा ली.
नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को बिहार के सभी सरकारी स्कूल खुले रहेंगे. उस दिन से सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक नई व्यवस्था के तहत शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति एवं कक्षाओं से संबंधित रजिस्टर को मेंटेन कर उसका उपयोग शुरू कर देंगे. इससे संबंधित दिशा-निर्देश माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) को जारी कर दिया है.
निर्देश के साथ स्कूलों के लिए एक प्रारूप मॉडल भी जारी
शनिवार को जिलों को जारी निर्देश के साथ एक प्रारूप मॉडल भी दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि वे इस तरह का एक प्रारूप प्रिन्ट करें और प्रत्येक कॉलम को प्रतिदिन भरें. इस फॉर्मेट में शिक्षकों के नाम के साथ-साथ सभी घंटियों के लिए अलग-अलग जगह दी गई है. इसके साथ ही मिशन दक्ष के तहत चलाई जा रही अतिरिक्त कक्षाओं की जानकारी भी इसी फॉर्मेट में देनी है. साथ ही इस रजिस्टर पर स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक प्रतिदिन हस्ताक्षर करेंगे.
एक जनवरी से रजिस्टर करना होगा मेंटेन
जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों की दैनिक उपस्थिति एवं कक्षाओं की स्थिति से संबंधित पंजी, प्रेषित प्रपत्र के अनुसार मुद्रण कराने तथा इसका संधारण नये कैलेंडर वर्ष में एक जनवरी से सुनिश्चित करने को कहा गया है. निर्देश के साथ शिक्षकों दैनिक उपस्थिति एवं कक्षाओं से संबंधित पंजी संधारित करने वाली पंजी के फॉर्मेट भी भेजे गये हैं. फॉर्मेट के अनुरूप ही माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक नयी व्यवस्था के तहत शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति एवं कक्षाओं से संबंधित पंजी छपवाई जायेगी.
हर दिन के लिए होगा अलग पेज
फॉर्मट के मुताबिक हर दिन के लिए एक अलग पेज होगा. पेज पर सबसे पहले शिक्षकों के नाम का उल्लेख किया जाएगा. इसके बाद सुबह 9.30 से 3.30 बजे तक पहली से 8वीं तक की कक्षाओं के संचालन की अवधि के लिए बने कॉलम में जानकारी भरनी होगी. इसके बाद कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चलाने की जानकारी देनी होगी.
मिशन दक्ष के कक्षाओं की भी देनी होगा जानकारी
फिर 9वीं से 12वीं तक की विशेष कक्षाओं और तीसरी से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए मिशन दक्ष के तहत ली जाने वाली कक्षाओं की जानकारी होगी. अगले कॉलम में संबंधित शिक्षक द्वारा ली गई कक्षाओं की संख्या की जानकारी तथा इसके बाद शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर का उल्लेख करना होगा. यह प्रक्रिया हर दिन के लिए होगी. शिक्षा विभाग इस गाइड लाइन का सख्ती से पालन करेगा.
अभी कैसी है एटेनडेंस रजिस्टर
आपको बता दें कि वर्तमान में शिक्षकों की उपस्थिति पंजी में आगमन और प्रस्थान के कॉलम के साथ ही हस्ताक्षर का भी कॉलम होता है. नई व्यवस्था के तहत अब हर दिन उपस्थिति के साथ-साथ उनके द्वारा ली गई कक्षाओं की जानकारी भी दर्ज की जाएगी.
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शिक्षा विभाग शिक्षकों की उपस्थिति और उनकी कक्षाओं की पूरी रिपोर्ट लेगा
शिक्षा विभाग अब शिक्षकों की उपस्थिति और उनके द्वारा ली गई कक्षाओं की पूरी रिपोर्ट लेगा. सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों को दिये गये प्रारूप में बताना होगा कि किस दिन कौन से शिक्षक विद्यालय आये और किस घंटी पर किसने कौन सी कक्षा ली. यह जानकारी प्रतिदिन रजिस्टर में दर्ज की जाएगी. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिये हैं. राज्य में करीब नौ हजार 300 माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालय चल रहे हैं.
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