पटना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना में चयनित लाभुकों को राशि मिलने पर भी घर नहीं बनाने का मामला उजागर हुआ है. ऐसे 400 लाभुकों पर सर्टिफिकेट केस दर्ज हुआ है. अब इनसे दी गयी राशि की वसूली की जाएगी. इसमें लाभुकों को अलग-अलग किस्त की राशि का भुगतान हुआ था.
इस माह बचे हुए सात हजार घरों को कंप्लीट किया जायेगा
पटना जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बचे हुए सात हजार घरों को इस माह में कंप्लीट करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए जिन लाभुकों को राशि नहीं मिली है, उनके निर्माणाधीन घरों की स्थिति देख कर राशि का भुगतान किया जायेगा. सोमवार को डीडीसी तनय सुल्तानिया ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर समीक्षा की. उन्होंने बीडीओ, आवास सहायकों सहित अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग कर इसका जायजा लिया.
सबसे अधिक दानापुर में 1300 घर कंप्लीट नहीं
डीडीसी तनय सुल्तानिया ने बताया कि सबसे अधिक दानापुर में लगभग 1300 व मनेर में 600 घर कंप्लीट नहीं हुए हैं. इनमें 400 ऐसे घर हैं, जो राशि लेने पर भी लाभुकों ने तैयार नहीं किया है. ऐसे लाभुकों पर सर्टिफिकेट केस हुआ है. उनसे राशि वसूल की जायेगी. उन्होंने बताया कि गलत रिपोर्ट करने वाले 30 आवास सहायकों से शोकॉज पूछने के साथ उनका वेतन बंद किया गया है.
दो चरणों में तैयार हो रहे आवास
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो चरणों में चयनित लाभुकों के घर बन रहे हैं. वर्ष 2016-21 में 97 हजार घरों में से 96 फीसदी तैयार हैं. वहीं 2021-22 में 40 हजार घरों में 91 फीसदी घर तैयार हैं.