बिहार की मशहूर लोक गायिका डॉ शारदा सिन्हा को लोकनिर्मला सम्मान, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया सम्मानित
कार्यक्रम में लोकनिर्मला सम्मान से सम्मानित डॉ शारदा सिन्हा ने भगवती वंदना प्रस्तुत की, जिसमें उनकी पुत्री वंदना ने सह प्रस्तुति दी. समारोह में विभिन्न प्रदेशों से आये लोक कलाकारों ने गीत एवं संगीत का मनोहारी प्रदर्शन किया.
UP News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार शाम गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी परिसर के संत गाडगे लॉन में सांस्कृतिक संस्था सोनचिरैया द्वारा आयोजित लोकनिर्मला सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं. समारोह में राज्यपाल ने बिहार की मशहूर लोक गायिका पद्म भूषण डॉ शारदा सिन्हा को लोक कलाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए लोकनिर्मला सम्मान से सम्मानित किया. उन्हें सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र और पुरस्कार राशि एक लाख रुपये का चेक भेंट किया.
राज्यपाल ने डॉ विन्दु सिंह को दी पद्म श्री मिलने पर दी बधाईराज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समारोह में संस्था की अध्यक्षा डॉ विन्दु सिंह को हाल ही में भारतीय परम्परा, संस्कार और विशेष रूप से लोक संस्कृति को साहित्य के जरिये जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से अलंकृत किये जाने पर बधाई दी. संस्था की सचिव पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने समारोह में राज्यपाल को अंग वस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनन्दन किया.
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लोक संस्कृति हमारी जीवंत परंपरा है, इसका प्रचार-प्रसार और विकास करने की जरूरत है. उन्होंने इसे जीवन शैली का अभिन्न अंग बताया और कहा कि इसका सबसे जीवंत रूप हमारे घरों में शादी-विवाह, जन्मदिन जैसे उत्सवों पर गाये जाने वाले संगीत और नृत्य में देखने को मिलता है. उन्होंने लोक कला और संस्कृति के सम्वर्धन के लिए सोनचिरैया द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि इससे लोक कलाएं विलुप्त होने से बची रहेंगी और आगामी पीढ़ी तक इसका प्रसार संभव हो सकेगा.
Also Read: हर घर नल योजना ने बदली बुंदेलखंड और विंध्य की तस्वीर: स्वतंत्र देव सिंह महिला कलाकार को दिया जाता लोकनिर्मला सम्मानदरअसल, लोकनिर्मला सम्मान लोक संस्कृति के संवर्धन हेतु महत्वपूर्ण योगदान के लिए किसी महिला कलाकार को प्रदान किया जाता है. इससे पूर्व, 2020 में पहला लोकनिर्मला सम्मान छत्तीसगढ़ की पद्मविभूषण तीजनबाई को और 2021 में दूसरा सम्मान राजस्थान की पद्मश्री गुलाबो सपेरा को दिया गया था.
डॉ शारदा सिन्हा ने प्रस्तुत की भगवती वंदनाकार्यक्रम में लोकनिर्मला सम्मान से सम्मानित डॉ शारदा सिन्हा ने भगवती वंदना प्रस्तुत की, जिसमें उनकी पुत्री वंदना ने सह प्रस्तुति दी. समारोह में विभिन्न प्रदेशों से आये लोक कलाकारों ने गीत एवं संगीत का मनोहारी प्रदर्शन किया. सोनचिरैया संस्था द्वारा देश भर में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के क्रम में आयोजित देशभक्ति गीतों की आडियो-वीडियो प्रतियोगिता देशज में भाग लेने वाले सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतियोगियों ने भी कार्यक्रम में प्रस्तुति दी.
राज्यपाल ने कलाकारों का किया उत्साहवर्धनइस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मध्य प्रदेश के रायगढ जिले के रामकुमार सोनी और कृष्ण कुमार सोनी को, द्वित्तीय पुरस्कार पन्ना जिले की वेदिका मिश्रा और तृतीय पुरस्कार गोरखपुर की हृदया को मिला. राज्यपाल ने तीनों प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया.
ये लोग भी रहे मौजूदकार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह एवं संस्था के पदाधिकारियों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में लोक कला प्रेमी उपस्थित थे.