75 साल बाद भी हम गुलामी की मानसिकता से नहीं हुए बाहर, बिहार के राज्यपाल ने क्यों कहा ऐसा?
भभुआ के लिच्छवी भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम गुलामी की मानसिकता से बाहर नहीं आ सके हैं. गुलामी की मानसिकता का मतलब है हम आज भी नौकर बनना चाहते हैं.
कैमूर: बिरसा मुंडा की जयंती पर मनाये जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर झारखंड की खूंटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ का शुभारंभ किया है. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से देश भर में 200 जगह से लोग ऑनलाइन जुड़े. इसमें लिच्छवी भवन से कैमूर जिले के लोगों के साथ बिहार के राज्यपाल भी जुड़े हुए थे. झारखंड की खूंटी में प्रधानमंत्री के द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किये जाने के बाद कैमूर में भी राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके पहले झारखंड के खूंटी में आयोजित प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया.
2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है
भभुआ के लिच्छवी भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम गुलामी की मानसिकता से बाहर नहीं आ सके हैं. गुलामी की मानसिकता का मतलब है हम आज भी नौकर बनना चाहते हैं. हमें इस गुलामी की मानसिकता से बाहर निकाल कर नौकरी देने वाला बनना है. जब हम गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलेंगे और आत्मनिर्भर बनेंगे. तभी हमारा राष्ट्र विकसित राष्ट्र बनेगा. 2047 में भारत के आजादी के 100 वर्ष पूरा होने पर भारत को विकसित व आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने का प्रधानमंत्री ने संकल्प लिया है. इसी संकल्प को हमें जन-जन तक पहुंचना है. इसके लिए विकसित भारत जनसंकल्प यात्रा की शुरुआत आज प्रधानमंत्री के द्वारा बिरसा मुंडा के जयंती पर किया गया है. इस यात्रा के माध्यम से हर व्यक्ति तक यह बात पहुंचानी है कि हमने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र एवं आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है और इसके लिए आज से ही हमने काम शुरू कर दिया है.
जनजातीय समुदाय के विकास के बगैर भारत नहीं बन सकेगा विकसित राष्ट्र
राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय समुदाय को विकसित होने का अवसर नहीं दिया गया. उनके लिए अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र व आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है और उन्हें यह मालूम है कि बगैर जनजातीय समुदाय को विकसित किये देश को विकसित राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता है. जनजातीय समुदाय के विकास के लिए पहले भी कई हजार करोड़ की योजनाओं की शुरुआत प्रधानमंत्री के द्वारा की गयी है और आज भी रांची की खूंटी में बिरसा मुंडा के जयंती के अवसर पर 24000 करोड़ की योजनाओं की शुरुआत की गयी है. हम लोग विकसित राष्ट्र बनने का सपना जरूर देखते हैं. लेकिन आज तक हम विकसित राष्ट्र बन नहीं पाये. प्रधानमंत्री के द्वारा जो विकसित राष्ट्र संकल्प यात्रा रथ का शुभारंभ किया गया है. वह लोगों तक यह संदेश पहुंचायेगा कि हम भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेकर निकले हैं. 25 वर्ष बाद, जब 2047 में भारत के आजादी का 100 वर्ष पूरा होगा, तो हमारा भारत कैसा होना चाहिए, यह सभी को बताने की आवश्यकता है. इसलिए इस संकल्प यात्रा रथ को निकल गया है.
आत्मनिर्भर बनने के लिए अपने यहां बने उत्पादों का करें इस्तेमाल
राज्यपाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के साथ-साथ आत्मनिर्भर भी बनाने का निर्णय लिया है. इस संकल्प को पूरा करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है. उनके द्वारा भोकल फॉर लोकल का नारा दिया गया है. इसका मतलब है कि जो चीज हमारे आसपास में बन रही है, हम उसी को खरीदेंगे और उसी को इस्तेमाल करेंगे. तभी हम आत्मनिर्भर बन सकेंगे. हम लोगों को बाहरी सामान के बजाय अपने यहां व आसपास में बने चीजों के इस्तेमाल संकल्प के साथ करना होगा. तभी हम 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर बन पायेंगे. 2047 में भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरा होने पर जब भारत विकसित राष्ट्र बन जायेगा और आत्मनिर्भर हो जायेगा. तो पूरी दुनिया हमें देखेगी.
समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचना अधिकारियों की जिम्मेदारी
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार या बिहार सरकार के तरफ से जो भी योजनाएं लोगों के लिए चलायीं जा रही हैं, उसे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जवाबदेही अधिकारियों के ऊपर है. सभी लोगों को मिलकर विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की तरफ से चलायी जाने वाली योजनाओं को पहुंचना होगा. तभी जाकर हमारा यह सपना पूरा हो सकेगा.
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हरी झंडी दिखा विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ को किया रवाना
राज्यपाल ने कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद विकसित भारत संकल्प यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. संकल्प यात्रा रथ कैमूर जिला के अधौरा प्रखंड के 11 पंचायत में भ्रमण करेगा और गांव-गांव जाकर सरकार के तरफ से उनके लिए चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी देगा. ताकि कैमूर पहाड़ी के जंगल में बसे जनजातीय समाज सहित अन्य गरीब लोग सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सके. साथ ही 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का जो संकल्प लिया गया है उसे संकल्प से भी समाज के हर व्यक्ति को अवगत कराया जा सके. इसके विषय में भी संकल्प यात्रा रथ के द्वारा अधौरा की सभी गांव में जाकर जानकारी दी जायेगी. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सीमा पटेल, आरूषी कुमारी एवं अंशिका कुमारी को पासबुक दिया गया. महिला समृद्धि बचत योजना लाभ रागिनी कुमारी को दिया गया.
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का हुआ लाइव प्रसारण
बिरसा मुंडा के जयंती को पिछले तीन वर्षों से जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर झारखंड के खूंटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में 200 जगह से लोग ऑनलाइन जुड़े हुए थे. कैमूर से भी लोग प्रधानमंत्री के उक्त कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े हुए थे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम एवं संबोधन का लाइव प्रसारण किया गया. साथ ही राज्यपाल द्वारा बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया. कहा गया कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी बलिदानी देकर, जो हमें स्वतंत्रता दिलायी है, उनके इस बलिदानी को याद करते हुए हमें गुलामी की मानसिकता से भी आजाद होना है. तभी हम आप निर्भर बन सकेंगे. डीएम सावन कुमार द्वारा अपने संबोधन के माध्यम से राज्यपाल का स्वागत किया गया व विकसित भारत संकल्प यात्रा के बाद जानकारी दी गयी. इसके अलावा भारत सरकार के अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम के संपन्न होने पर धन्यवाद ज्ञापन किया गया. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रवीण कुमार द्वारा किया गया.