Grah Gochar: ग्रह-गोचरों के उत्तम संयोग में नये साल 2023 का आगाज, रवियोग व जयद् योग का बना शुभकारी योग
नव वर्ष 2023 का आगाज ग्रह-गोचरों (Grah Gochar) के उत्तम संयोग में हो रहा है. साल के पहले दिन रविवार को पौष शुक्ल दशमी के साथ अश्विनी नक्षत्र व शिव योग विद्यमान रहेगा.
grah gochar 2023 ज्योतिष गणना के अनुसार जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, तो उसका असर जातकों के जीवन पर पड़ता है. जातकों के लिए नया साल 2023 नयी उम्मीदें, नये सपने, नया लक्ष्य व चुनौतियों से रूबरू होने का साल होगा. भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद् के सदस्य ज्योतिषाचार्य राकेश झा का यह दावा है.
ज्योतिषाचार्य राकेश झा का कहना है कि नव वर्ष 2023 का आगाज ग्रह-गोचरों के उत्तम संयोग में हो रहा है. साल के पहले दिन रविवार को पौष शुक्ल दशमी के साथ अश्विनी नक्षत्र व शिव योग विद्यमान रहेगा. इसके अलावा इस दिन अतिशुभकारी सर्वार्थ सिद्धि योग, रवियोग व जयद् योग का अनूठा संयोग बन रहा है. इस दिन सूर्यदेव, शिव शंकर, भगवती व कार्तिकेय की पूजा से नूतन वर्ष का आरंभ करना उत्तम रहेगा. साल के पहले दिन अपने बड़े का आशीर्वाद लेने और भगवत पूजन करने से पूरा साल बढ़िया रहता है.
सूर्यदेव करेंगे वर्ष 2023 का आगाज
पंडित गजाधर ने बताया कि हिंदू धर्मावलंबी नये साल की शुरुआत भगवान की पूजा से करते हैं. ऐसी मान्यता है कि नये साल का आगाज प्रभु के आशीर्वाद से करने से पूरा साल अच्छा होता है और आने वाली सभी समस्याएं दूर रहती हैं. इस बार नया साल रविवार के दिन से शुरू हो रहा है. रविवार का दिन ग्रहों के देवता सूर्यदेव को समर्पित है. इसलिए साल 2023 में भी सूर्य का प्रभाव रहेगा. सूर्य देव के प्रभाव से जातक को समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. जातक कुंडली में ग्रहों के राजा सूर्य अगर कमजोर है, तो नये साल के पहले दिन रविवार के दिन मछलियों को आटे की गोलियां बना कर खिलाएं. नौकरी व कारोबार में उन्नति के लिए नये साल के पहले दिन बहते हुए जल में गुड़ और चावल को मिश्रित करके प्रवाहित करें.
ग्रहों की बदलेगी चाल
नये साल में ग्रहों की स्थिति बदलेगी. वर्ष के आरंभ में गुरु व शनि का राशि परिवर्तन होगा. इस ग्रहों के राशि परिवर्तन से कई राशियां प्रभावित होंगी. न्यायप्रिय शनि 17 जनवरी को, वहीं देवगुरु वृहस्पति 22 अप्रैल को अपनी राशि बदलेंगे. फिर 30 अक्तूबर को राहु और केतु का राशि परिवर्तन होगा.