आरा. रेलवे गार्ड अब ट्रेन मैनेजर बोले जायेंगे. रेलवे बोर्ड ने एआइआरएफ की वर्षों पुरानी मांग को स्वीकार कर आदेश निकाला है. यह जानकारी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव के हवाले से आरा में यूनियन के केंद्रीय पदाधिकारी मनोज कुमार पांडेय ने दी.
उन्होंने अपने सभी रेलकर्मी साथियों को इस खबर की जानकारी देते हुए कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन सालों से इस मुद्दे को अपने स्थायी वार्ता तंत्र के माध्यम से उठाया था. अब जाकर इसके संबंध में आदेश जारी हुआ.
फेडरेशन की मांग पर पहले ट्रेन के ड्राइवर का नाम बदलकर लोको पायलट किया गया, लेकिन गार्ड के संबंध में ट्रेन मैनेजर का निर्णय अब जाकर हुआ है. गार्ड का नाम बदलकर ट्रेन मैनेजर करने में यूनियन की तरफ से पक्ष रखते हुए इसीआरकेयू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव और अध्यक्ष डीके पांडेय ने कहा था कि सेक्शन में ट्रेन संचालन और परिचालन की जिम्मेवारी गार्ड को सौंपी गयी है.
ट्रेन संचालन में सभी बारीकियों को सूक्ष्मता से करने का कार्य गार्ड करते हैं और पूरी व्यवस्था को मैनेज करते हैं. इस खबर में सभी गार्ड भाइयों में हर्ष है. उनका कहना है कि रेलवे अब बहुत बदल गया है और ऐसे में कई पदों के नाम को बदलने की जरुरत महसूस हो रही थी. बोर्ड का यह निर्णय स्वागतयोग्य है.