प्रभात खबर की ओर से बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में शहर के प्रमुख स्कूलों के 10वीं और 12वीं के टॉपर छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र दिये गये. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, एमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ विवेकानंद पांडेय, बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो एसके वर्मा, पाटिलपुत्र यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो आरके सिंह, इग्नू के वरीय क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक, सीआइएमपी के निदेशक डॉ राणा सिंह, निफ्ट पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा, प्रभात खबर के वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादुर ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम में शामिल अतिथियों ने छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन किया. अतिथियों ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित करके ईमानदारी से मेहनत करें. देश, समाज के लिए सोच कर काम करें और आगे बढ़ें. छात्र-छात्राएं जॉब देने वाले बनें. कार्यक्रम में प्रभात खबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादुर, राज्य संपादक अजय कुमार, स्थानीय संपादक रंजीत प्रसाद सिंह, ब्यूरो प्रमुख मिथिलेश सहित अन्य लोग मौजूद थे.
प्रभात खबर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विजय बहादुर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रभात खबर जनसरोकार की पत्रकारिता कर रहा है. शहर में 2011 से प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित करवा रहा है. सम्मान समारोह में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों व शिक्षकों का भी अहम योगदान है. अभिभावकों व शिक्षकों की मेहनत का नतीजा है. छात्र-छात्राएं मेधा हासिल करने के साथ अच्छा इंसान बनें. इंसानियत होनी चाहिए. समाज के प्रति अपना योगदान दें.
एमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ विवेकानंद पांडे ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को सफल बनाने में एक शिक्षक का बहुत बड़ा योगदान होता है. शिक्षक आपके कैरियर को गढ़ते हैं. आप सपने देखें उसे शिक्षक पूरा करेंगे. उन्होंने बच्चों को एक मंत्रा बतलाया WWR ( What went right) और www (what went wrong ) के बारे में बताया. डब्ल्यू डब्ल्यू आर के बारे में बतलाते हुए कहा की बिस्तर पर जाने से पहले आप सोचें कि आज सुबह से शाम तक आपने क्या अच्छा काम किया और अपनी पीठ थपथपाएं. डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू के बारे में बतलाते हुए कहा की सुबह से शाम तक कितनी गलतियां की हैं, उन गलतियों से सीख लेनी चाहिए, जिससे अगली सुबह हम गलती को न दोहराएं.
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो आरके सिंह ने कहा कि बच्चे सपने देखें. उसे पूरा करें. माता-पिता सोचते हैं कि हमारा जो जीवन का लक्ष्य और सपना था, वह हम हासिल नहीं कर पाये. अब हमारे बच्चे हमारा सपना व लक्ष्य पूरा करेंगे, जो बहुत गलत है. अभिभावकों को बच्चों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए. उन्हें जो करना है, उन्हें करने देना चाहिए. पैरेंट्स अपने बच्चों को उनकी उड़ान खुद भरने दें, ताकि वे अपने जीवन में कामयाब हो सकें. हायर एजुकेशन में क्या स्ट्रीम लेनी है, यह बच्चों पर छोड़ दें. बच्चे अपने गोल को निर्धारित करते हुए लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें. बच्चे देश व समाज के योगदान को देखें और जॉब प्रोवाइडर बनें. जब हम मन में बेहतर करने की ठान लेते हैं, तो देश, समाज व पेरेंट्स के लिए बेहतर करते हैं और जॉब देने वाले बनते हैं. माइंड सेट बदलना होगा.
बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो एसके वर्मा ने कहा कि यह बच्चों के लिए सुनहरा पल है. यहां से आगे बढ़ने और बेहतर करने की कोशिश करें. उन्होंने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप कविताओं की लाइनों से प्रेरित हों. उन्होंने कहा कि लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है, मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है, आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती. कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है, जा जाकर खाली हाथ लौटकर आता है… इस तरह की कई लाइनों से बच्चे प्रेरित हों. लगातार कोशिश करते रहें. सफलता निश्चित मिलेगी.
निफ्ट पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा ने सम्मान पाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी. उन्होंने पैरेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपके बच्चों ने 90 प्रतिशत अंक हासिल किया है, तो उसमें आपका संघर्ष है. आप सभी लोगों ने अपने-अपने बच्चों को प्रेरित किया तब जाकर आज वे इस स्थान पर हैं. उन्होंने सभी बच्चों को एक मंत्र बतलाया कि सपने बड़े देखो और उसको पूरा करो.
चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान पटना (सीआइएमपी) के निदेशक डॉ राणा सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं, अभिभावकों व शिक्षकों को बधाई दी. उन्होंने सभी छात्रों को अपने कैरियर पर ध्यान केंद्रित करने और सफलता हासिल करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने विचार, कर्म और भाग्य को याद रखना चाहिए. एक सफल छात्र सफल व्यक्ति होता है. छात्रों को सुबह जल्दी उठने और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. रीडिंग हैबिट विकसित करें. एक टाइम फ्रेम बनाएं. उसी के अनुसार पढ़ाई करें. अपनी क्षमता को समझने, अपने वरिष्ठों की बातें सुनें. खुद को सोशल मीडिया जैसी विकर्षणों से दूर रखें, क्योंकि यह तीन से पांच वर्ष आपके कैरियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. मार्क्स की बेचैनी नहीं होनी चाहिए. पढ़ाई पर फोकस रहें. ईमानदारी से प्रयास करें. टेबुल-कुर्सी पर पढ़ाई करें.
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इग्नू के सीनियर डायरेक्टर डॉ अभिलाष नायक ने कहा कि सक्सेस का मतलब अच्छी पोजीशन पाना नहीं, सक्सेसफुल वे लोग होते हैं, जो एक अच्छा इंसान होते हैं. सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनना जरूरी है. आइक्यू के साथ-साथ इमोशन भी होना जरूरी है. बच्चे अपने दिल की बात सुनें और अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार ईमानदारी से मेहनत करें. सफलता जरूर मिलेगी. कोशिश करें कि हम अपने समाज को कुछ दें. इसके लिए आपको जॉब देने वाला बनना होगा.