गुरारू. गुरारू चीनी मिल की जमीन बियाडा के नाम कर दी गयी है, जिसके म्यूटेशन का कार्य जारी है. बिहार राज्य चीनी निगम के नाम से चल रहे जमीन को दाखिल खारिज के लिए अंचल कार्यालय में बियाडा के नाम पर कर देने की प्रक्रिया जारी है.
सीओ निशांत कुमार ने बताया कि बियाडा के तरफ से दाखिल खारिज के लिए अप्लाइ किया गया है, एक-दो सप्ताह में यह कार्य पूरा हो जायेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) ने चीनी मिल के परिसर को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने के लिए खाका तैयार कर लिया है.
बियाडा की ओर से चीनी मिल की जमीन की मापी कर चहारदीवारी का निर्माण कर घेराबंदी करायी जायेगी. इसके लिए बहुत जल्द ही निविदा निकालने की तैयारी की जायेगी.
चहारदीवारी के निर्माण के बाद चीनी मिल में लगी सभी मशीनों की नीलामी कर दिया जायेगा. उसके बाद उद्योग लगाने के लिए बियाडा के तरफ से तैयार डिजाइन के अनुसार जमीन की प्लाटिंग कर सड़क व अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराया जायेगा.
बियाडा चीनी मिल की जमीन को औद्योगिक हब के रूप में विकसित करेगी. उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए वर्तमान मेन्चार4 उद्यमियों ने 100 करोड़ से अधिक का उद्योग लगाने के लिए बियाड़ा में आवेदन जमा कर दिया है.
अभी गुरारू चीनी मिल परिसर में ही प्रखंड, अंचल वथाने का कार्यालय व एसएफसी का गोदाम चल रहा है.
जैसे-जैसे प्रक्रिया आगे बढ़ेगी ये सभी कार्यालय और चीनी मिल परिसर में बने सभी क्वार्टरों को खाली करा दिया जायेगा.
इधर, कोंची गांव के समीप नये थाने के लिए भूमि पूजन भी हो चुका है. मकर संक्रांति के बाद थाने के भवन का निर्माण कार्य भी शुरू हो जायेगा.
Posted by Ashish Jha