कटिहार जिले के कोढ़ा प्रखंड के संदलपुर पंचायत के मकइपुर में पबजी गेम ने 15 वर्षीय किशोर की जान ले ली. स्थानीय लोगों ने बताया कि 15 वर्षीय आयुष कुमार रोजाना पब्जी गेम खेला करता था. माता-पिता के मना करने के बावजूद भी वो रात-रात भर गेम खेलने में लगा रहता था. जिस कारण धीरे-धीरे मृतक आयुष को पबजी गेम की लत गयी, जो रोजाना जग कर पूरी रात गेम खेला करता था.
अचानक पिछले दिनों उनके गले में दर्द हुआ. उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया. डॉक्टरों ने जांच कर बताया कि किडनी में इन्फेक्सन हो गया है. दवाई दी गयी, जिसे वापस घर लाया गया. किशोर ने पानी मांगा, पानी पीने के बाद अचानक उनकी हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गयी. मृतक के पिता राजेश कुमार चौहान ने बताया कि मेरा एक ही औलाद आयुष कुमार था.
लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन क्लास के बहाने रात-रात भर गेम खेला करता था. जिसके कारण इनके गला में दर्द होना शुरू हो गया. वो धीरे धीरे पैन किलर दवाई खाना शुरू कर दिया. जिसके कारण इनकी जान गयी. ग्रामीण सूरज चौहान, राज कपूर चौहान, सुभाष चौहान, दीपक चौहान, सोनिल चौहान ने बताया कि लगातार लॉकडाउन के दरम्यान वह लड़का पढ़ाई के नाम पर मोबाइल खेला करता था. अक्सर गांव वाले भी उसको समझाया करते थे, लेकिन वह समझता नहीं था.
गांव वाले ही कहते हैं कि जब उनके पिता ने उसको समझाने की कोशिश की तो वह गुस्से के मारे एक बार तो दिल्ली फरार हो गया था, लेकिन फिर मान मशक्कत के बाद वह फिर वापस आया और उसने फिर से मोबाइल गेम खेलना शुरू कर दिया. मृतक पीयूष कुमार रात-रात भर पब्जी गेम खेला करता था. कई बार इनके पिताजी के द्वारा इनके साथ गेम खेलने को लेकर रोका भी गया.
कई बार दोनों बाप बेटे के बेच तू-तू, मैं-मैं भी हुआ था. अगर आज वह पिता की बात मानता तो शायद आज वो जिंदा होता. मृतक के पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल था. गांव में इस तरह युवक की मौत से सन्नाटा पसरा हुआ है. इस तरह की घटना से युवाओं में डर का माहौल व्याप्त है.
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Posted By: Utpal Kant