जिले में अब तक डेंगू के मिले 116 मरीज, जागरूकता से हो सकता है डेंगू की रोकथाम

जिले में धीरे-धीरे डेंगू पांव पसार रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में इस बार डेंगू के अभी 116 मामले सामने आये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 4, 2024 10:42 PM

हाजीपुर.

जिले में धीरे-धीरे डेंगू पांव पसार रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में इस बार डेंगू के अभी 116 मामले सामने आये हैं. इनमें से ज्यादातर मामले ग्रामीण इलाके से ही आये हैं. अब मौसम में आ रहे बदलाव ने डेंगू के खतरे को ज्यादा ही बढ़ा दिया है. डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान भी चला रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को हाजीपुर मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया. वर्कशॉप में जिला वेक्टर बॉर्न डिजिज कंट्रोल पदाधिकारी गुडिया रानी ने बताया कि आने वाला एक से डेढ़ महीना डेंगू के लिए अहम है. यह वह समय है जब तापमान और नमी के कारण साफ पानी में डेंगू के लार्वा ज्यादा पनपते हैं. यह लार्वा एक हफ्ते में ही मच्छर के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं. इससे डेंगू का खतरा बढ़ जाता है. अगर हम सामाजिक रूप से यह नियम बना लें कि हफ्ते में एक दिन अपने घर के आस-पास के छोटे कंटेनर का पानी उलट दें या निकाल दें, तो लार्वा को पनपने से रोका जा सकता है. वहीं सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि अभी का समय डेंगू के लिए काफी अहम है. डेंगू से कैसे बचें इस पर अभी ज्यादा बात करने की जरूरत है. डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं और दिन में ही काटते हैं. डेंगू के लिए सदर अस्पताल के अलावा पीएचसी व सीएचसी में स्पेशल वार्ड भी बनाये गये हैं.

डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा टेस्ट ही मान्य :

सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू की पुष्टि के लिए सदर अस्पताल में एलाइजा टेस्ट होता है. इसे ही मान्यता दी गयी है. प्रखंड स्तर पर किट के द्वारा रैपिड टेस्ट किया जा रहा है. इसमें पॉजिटिव आने पर पुष्टि के लिए सदर अस्पताल भेजा जाता है. मरीज के पॉजिटिव आने पर उसके घर के आस पास के करीब 100 मीटर के दायरे में फॉगिंग करायी जाती है.

इस बार डेंगू के कम केस हुए प्रतिवेदित :

जिला वीबीडीसी पदाधिकारी ने बताया कि बताया कि वर्ष 2023 में सितंबर तक जिले में डेंगू के कुल 236 केस आये थे. वहीं इस वर्ष चार अक्तूबर तक कुल 116 केस आये हैं. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष डेंगू पीड़ितों की संख्या में कमी आयी है. यह सिर्फ जागरूकता के कारण ही संभव हो पाया है. इस वर्ष जिले के राघोपुर और हाजीपुर सदर डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. राघोपुर में 24 तथा हाजीपुर सदर में 17 केस इस वर्ष अब तक प्रतिवेदित हुए हैं. ज्यादा डेंगू प्रभावित होने के कारण राघोपुर को फॉगिंग के लिए मशीन दी गयी है. वर्कशॉप में वीबीडीओ राजीव कुमार, कुमार धीरेंद्र आदि भी मौजूद थे.

डेंगू बुखार के लक्षण

पेट दर्दसिर दर्द

उल्टीनाक से खून बहना

उल्टी, पेशाब या मल में खूनहड्डियों और जोड़ों में दर्द

तेज बुखारथकावट

सांस लेने में दिक्कतगंभीर मामलों में प्लेटलेट काउंट कम होना

डेंगू से बचाव के लिए अपनाएं ये उपायमच्छरदानी का उपयोग करेंघर में या आसपास पानी जमा न होने दें

कूलर का पानी रोज बदलेंपूरे बाजू के कपड़े पहनें

मच्छर से बचने वाले रिप्लेंट या कॉयल का प्रयोग करेंपेड़ पौधों के पास जाएं या घर के बाहर निकलें तो शरीर को ढक कर जूते मोजे पहन

कर निकलेंपानी की टंकी को ढंक कर रखें

कीटनाशक और लार्वा नाशक दवाइयों का छिड़काव करेंअपने घर के आसपास साफ सफाई बनाए रखने में जागरूकता फैलाएं

स्वस्थ खान पान वाली जीवनशैली अपनाएं, जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहेडेंगू बुखार से आसानी से बचाव किया जा सकता है, लेकिन सही कदम उठाने के बाद भी डेंगू के किसी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं, तो खुद से दवा लेने की भूल न करें और फौरन डॉक्टर से परामर्श लें.

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