Loading election data...

चमकी बुखार से 18 महीने की बच्ची की मौत, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

महुआ प्रखंड की शेरपुर छतवारा पंचायत के छतवारा चकशेख निजाम गांव में चमकी बुखार से 18 महीने की एक बच्ची की एनएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृत बच्ची छतवारा चकशेख निजाम निवासी मनीष कुमार की पुत्री लक्ष्मी कुमारी बतायी गयी है. बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्ची को चमकी बुखार से ग्रसित बताया था.

By Prabhat Khabar News Desk | May 3, 2024 10:47 PM

महुआ नगर. महुआ प्रखंड की शेरपुर छतवारा पंचायत के छतवारा चकशेख निजाम गांव में चमकी बुखार से 18 महीने की एक बच्ची की एनएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृत बच्ची छतवारा चकशेख निजाम निवासी मनीष कुमार की पुत्री लक्ष्मी कुमारी बतायी गयी है. बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्ची को चमकी बुखार से ग्रसित बताया था.

जानकारी के अनुसार बच्ची को बुखार होने और अन्य तरह की परेशानी होने पर निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था. ठीक नहीं होने की स्थिति में परिजन बच्ची को लेकर सदर अस्पताल हाजीपुर पहुंचे. जहां डॉक्टर ने बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद एनएमसीएच पटना रेफर कर दिया. एनएमसीएच में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गयी. चमकी बुखार से बच्ची की मौत होने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी. चमकी बुखार से बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम छतवारा पहुंचकर जानकारी ली और लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक रहने की अपील की. मेडिकल टीम ने पीड़ित परिवार सहित आसपास के इलाके में ओआरएस का वितरण कराया. विभाग ने आशा कर्मी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को चमकी बुखार के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने लोगों से छोटे बच्चों को रात में खाली पेट नहीं सुलाने तथा किसी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से दिखाने की अपील की है. मेडिकल टीम में स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे.

क्या कहते है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

छतवारा गांव की एक बच्ची की रिपोर्ट एईएस पॉजिटिव आयी थी. उसका पहले से निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. बाद में परिजन सदर अस्पताल लेकर गये. वहां से एनएमसीएच रेफर किया गया था. इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गयी है. प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर विभिन्न बिंदुओं पर जांच की गयी है. लोगों को एइएस से बचाव की जानकारी दी जा रही है.

– डॉ मनोरंजन सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, महुआ

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version