hajipur news. सफाई व्यवस्था पर सालाना 3.25 करोड़ खर्च होने के बावजूद महुआ नगर परिषद में हर ओर गंदगी
कई मुहल्लों में कभी नहीं होती सफाई, महुआ नगर परिषद क्षेत्र में साफ-सफाई की खानापूर्ति से परेशान हैं लोग
महुआ. महुआ नगर परिषद क्षेत्र में साफ-सफाई की लचर व्यवस्था का खामियाजा मुहल्ले के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. नगर परिषद क्षेत्र की नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं होने से जहां-तहां कूड़ा-कचरा का ढेर लगा रहता है. कूड़े-कचरे के ढेर के बीच से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है. इससे लोगों में नगर परिषद प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी है.
जानकारी के अनुसार महुआ नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डो में नियमित साफ-सफाई के लिए करीब सवा तीन करोड़ रुपये सालाना खर्च किये जाते हैं. कुछ खास जगहों की छोड़ दें, तो अधिकतर मुहल्ले की नियमित रूप से साफ-सफाई भी नहीं हो पाती है. नियमित साफ-सफाई नहीं होने से सड़क किनारे कूड़े-कचरे का ढेर लगा रहता है. इन रास्तों से होकर रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं. वहीं छोटे-छोटे स्कूली बच्चे भी इन सड़कों से होकर स्कूल जाते-आते हैं. सड़क किनारे जमा कूड़े-कचरे के ढेर से उठने वाली दुर्गंध से लोगों को इधर से गुजरने के दौरान काफी परेशानी होती है. मनोज चौधरी, मंटू तिवारी, डॉ अखिलेश कुमार, प्रदीप तिवारी, शिवदत्त कुमार, मोनू कुमार, रिंकू तिवारी, रितेश कुमार, मधु तिवारी, पूजा गुप्ता आदि ने बताया कि महावीर मंदिर, विष्णु चौक, बिजली ऑफिस, पंचमुखी चौक, कौशल्या संस्कृत विद्यालय, महुआ पुरानी बाजार आदि कई जगहों पर नियमित रूप से सफाई नहीं होती है.क्या कहते हैं लोग
महुआ नगर परिषद क्षेत्र में में नियमित रूप से साफ सफाई नहीं की जाती है. इसके कारण चौक-चौराहे व सड़क किनारे कूड़ा-कचरा का ढेर लगा रहता है. -मनोज चौधरीकभी-कभी झाड़ू के साथ सफाई कर्मी दिख जाते हैं. नगर परिषद क्षेत्र की नियमित साफ-सफाई के लिए नगर परिषद प्रशासन को विशेष ध्यान देना चाहिए. -अभिमन्यु कुमारगली मुहल्ले में सड़क किनारे कचरा का ढेड़ लगे रहने से राहगीरों के साथ साथ मुहल्ले वासियों को परेशानी होती रहती है. गंदगी से निकल रही बदबू से भी परेशानी होती है. -रिंकू तिवारीकचरा उठाने वाली गाड़ी कभी आती है और कभी नहीं आती है. इसके कारण सही तरीके से सफाई नहीं हो पाती है. नगर परिषद को इस पर ध्यान देना चाहिए. -सुमंगल पासवान
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