शहरों में ट्रेन से भेजी गयी 6340 क्विंटल लीची, रेलवे को 32 लाख रुपये की आय
यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ रेलवे किसानों को सस्ता, सुगम और तेजी से उनके उत्पादों का परिवहन कर उनकी आय की बढ़ोतरी में भी अहम भूमिका निभा रही है. इस बार पूर्व मध्य रेल प्रशासन ने लीची उत्पादक किसानों के लिए भी विशेष पहल की है.
यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ रेलवे किसानों को सस्ता, सुगम और तेजी से उनके उत्पादों का परिवहन कर उनकी आय की बढ़ोतरी में भी अहम भूमिका निभा रही है. इस बार पूर्व मध्य रेल प्रशासन ने लीची उत्पादक किसानों के लिए भी विशेष पहल की है. पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से ट्रेन के जरिये उत्तर बिहार की प्रसिद्ध लीची को दिल्ली, मुंबई सहित देश के अन्य प्रमुख शहरों तक नियत समय पर पहुंचाने के लिए पूर्व मध्य रेल ने विशेष प्रबंध किया है. इस बार रेल प्रशासन ने मुजफ्फरपुर जंक्शन से बीते 15 मई से लीची ढुलाई सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था कर रखा है. इस नयी व्यवस्था में किसान और व्यापारी बिना किसी बिचौलिये के सीधे रेलवे बुकिंग काउंटर से लीची बुक करा कर अपने गंतव्य तक भेज रहे हैं.
इस पहल से किसानों को कम किराया भुगतान कर लीची पवन एक्सप्रेस से लोकमान्य तिलक टर्मिनस एवं अन्य स्टेशनों को भेजा जा रहा है. रेल प्रशासन की इस विशेष पहल की वजह से 15 मई से अब तक तक विभिन्न ट्रेनों के एसएलआर के माध्यम से 2067 क्विंटल लीची राजकोट, जयपुर, सूरत, अमृतसर, दिल्ली, भुसावल समेत कई स्टेशनों को भेजा गया. इससे रेलवे को 07 लाख 48 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. इसी तरह 21 मई से अब तक विभिन्न ट्रेनों के वीपी के माध्यम से 4273 क्विंटल लीची लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्टेशन को भेजा गया, जिससे रेलवे को 24 लाख 87 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. इस तरह मुजफ्फरपुर जंक्शन से अब तक 6340 क्विंटल लीची की ढुलाई देश के विभिन्न राज्यों के स्टेशन तक की गयी. इससे रेलवे को 32 लाख 3 हजार रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है.
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