hajipur news. कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन
डीएम-एसपी ने पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, पूर्णिमा स्नान के लिए नदी घाटों पर उमड़ती है लाखों श्रद्धालुओं की भीड़
हाजीपुर
. जिला प्रशासन कार्तिक पूर्णिमा मेला व गंगा स्नान की तैयारी में जुट गया है. सोमवार को डीएम यशपाल मीणा और एसपी हर किशोर राय ने संयुक्त रूप से कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा बैठक की. बैठक में मेला मजिस्ट्रेट सह डीसीएलआर, हाजीपुर ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान दिनांक 15 नवंबर की सुबह 6:19 से प्रारंभ होकर 16 नवंबर की रात्रि 2:58 तक रहेगा. डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद को सभी घाटों की साफ-सफाई , घाट पर कूड़ादान की व्यवस्था, सफाई कर्मियों की रोस्टर वार प्रतिनियुक्ति, घाटों पर बैरिकेडिंग, चेंजिंग रूम, साइनेज, रोशनी आदि की व्यवस्था समय पर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को विभिन्न घाटों पर अस्थाई चापाकल लगाने, सभी घाटों पर अस्थाई शौचालय का निर्माण तथा पानी के टैंकर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. नजारत उप समाहर्ता को कौनहारा घाट पर मुख्य नियंत्रण कक्ष तथा अन्य घाटों पर नियंत्रण कक्ष का निर्माण कराने के साथ-साथ कौनहारा घाट पर शिविर कार्यालय, हेल्पलाइन काउंटर, साउंड सिस्टम आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. बैठक में कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल को कार्तिक पूर्णिमा के पहले ही निरीक्षण कर नीचे लटक रहे बिजली के तारों को दुरुस्त कराने तथा कार्तिक पूर्णिमा मेला के अवसर पर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया. एसडीआरएफ
को नदी में गश्त बढ़ाने का निर्देश
एसडीआरएफ के टीम कमांडर को कार्तिक मेला के अवसर पर नदी में गश्त बढ़ाने, वोट एंबुलेंस पर गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया. सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि कौनहारा घाट पर चिकित्सा एवं चिकित्सा कर्मियों की दवा के साथ प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करेंगे. किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सदर अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टरों की टीम को तैयार रखने का निर्देश दिया गया. मेला में बिकने वाले खाद्य पदार्थों को फूड इंस्पेक्टर से जांच कराने का भी निर्देश दिया गया. बैठक में बताया गया कि पुराना गंडक पुल घाट से बाएं क्लब घाट खतरनाक घाट है. यहां स्नान करना वर्जित है. डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को खतरनाक घाटों के सामने साइनेज लगवाने तथा वहां प्रवेश वर्जित रखने का निर्देश दिया. बैठक में बताया गया कि चूंकि सोनपुर मेला का 13 नवंबर को ही उद्घाटन हो रहा है, इसलिए उसके बाद स्नान करने वाले लोगों की उमड़नी शुरू हो जाएगी. इसको ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर कर लें. बैठक में एडीएम, डीडीसी, डीपीआरओ, एसडीएम, एसडीपीओ, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, टीम कमांडर, एसडीआरएफ सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है