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पातेपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों को गैस एजेंसी से नहीं मिल रहा चूल्हा

आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चाें के पूरक आहार बनाने के लिए सभी केंद्रों पर रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए विभाग सभी केंद्रों की सेविकाओं को दो सिलेंडर एवं एक चूल्हा उपलब्ध करा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 4, 2024 10:51 PM

हाजीपुर. आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चाें के पूरक आहार बनाने के लिए सभी केंद्रों पर रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए विभाग सभी केंद्रों की सेविकाओं को दो सिलेंडर एवं एक चूल्हा उपलब्ध करा रही है. सभी सेविकाओं को विभाग ने प्रति केंद्र 6500 रुपये का भुगतान किया है. इस योजना में कई प्रखंडों में गड़बड़ी की शिकायत भी सामने आने लगी है. विभागीय निर्देश के अनुसार नजदीकी एजेंसी को सिलेंडर एवं चूल्हा के साथ अन्य सामग्री की करनी थी. वहीं पातेपुर में एजेंसी के माध्यम से सिर्फ सिलेंडर, रेगुलेटर एवं सर्विस पाइप की आपूर्ति की जा रही है तथा चूल्हा की आपूर्ति सीडीपीओ कार्यालय से किया जा रहा है. कई सेविकाओं ने चूल्हे की गुणवत्ता सही नहीं होने का हवाला देकर चूल्हे का उठाव करने से इनकार कर दिया है. जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए पूरक आहार रसोई गैस पर बनाने का निर्णय विभाग ने लिया है. विभाग ने दो सिलेंडर के लिए 4400 रुपये, चूल्हा के लिए 1483 रुपये, पाइप के लिए 190 रुपये तथा रेगुलेटर के लिए 250 रुपये के साथ एजेंसी की प्रोसेसिंग फीस के लिए 118 रुपये भुगतान कर रही है. लेकिन पातेपुर प्रखंड में स्थानीय गैस एजेंसी को मात्र सिलेंडर, रेगुलेटर एवं पाइप की आपूर्ति करने के लिए ही अधिकृत किया गया है. चूल्हे की आपूर्ति कार्यालय के माध्यम से करायी जा रही है. चूल्हा वितरण के दौरान सेविकाओं ने बताया कि कार्यालय से मिल रहे चूल्हे की गुणवत्ता सही नहीं है. एजेंसी के माध्यम से मिलने वाले चूल्हे में शिकायत आने पर उसकी शिकायत कर सकते थे, लेकिन कार्यालय से प्राप्त चूल्हा में गड़बड़ी आने पर इसकी शिकायत कहां करनी है, यह नहीं बताया जा रहा है. पातेपुर में एक एजेंसी को किया गया है अधिकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय के अनुसार जिले के सबसे बड़े प्रखंड पातेपुर में आंगनवाड़ी केंद्रों पर गैस कनेक्शन के लिए मात्र एक एजेंसी को अधिकृत किया गया है. क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी बड़ा क्षेत्र होने के कारण सेविकाओं को सिलेंडर रिफीलिंग के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. पातेपुर प्रखंड में कुल 429 केंद्र संचालित हो रहे है. 22 केंद्र ऐसे है जहां के सेविका के रिटायर होने के बाद नयी सेविका की बहाली नहीं की गयी है. इसके कारण अगल बगल के केंद्र से संबद्ध होकर संचालित हो रही है. सेविका संघ की प्रखंड अध्यक्ष ने लगाये आरोप सेविका संघ के प्रखंड अध्यक्ष मीरा कुमारी ने रसोई गैस चूल्हा वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा है कि सीडीपीओ कार्यालय से दिये जा रहे चूल्हा की क्वालिटी सही नहीं है. कई केंद्रों पर पचास से अधिक बच्चे भी है. कई जगहों पर दो केंद्र एक साथ चल रहे हैं. वैसे केंद्रों पर एक साथ पचास से अधिक बच्चों का भोजन छोटे चूल्हे पर नहीं बन सकता है. क्या कहते हैं पदाधिकारी विभाग के निर्देशानुसार स्थानीय एजेंसी के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को रसोई गैस सिलेंडर एवं कनेक्शन दिया जाना है. पातेपुर में कार्यालय से चूल्हे की आपूर्ति करने की जानकारी नहीं है. जानकारी मिलने पर इस मामले की जांच की जाएगी. ललिता कुमारी, डीपीओ, आइसीडीएस

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