Hajipur News : दो हजार रुपये नहीं देने पर प्रसव पीड़िता को नहीं मिला बेड, फर्श पर बच्चे को दिया जन्म

Hajipur News : एक ओर सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में न तो सुधार होता दिख रहा है और न ही अस्पताल के कर्मियों की कार्यशैली में. ताजा मामला महुआ अनुमंडल अस्पताल का है. यहां प्रसव के लिए आयी प्रसव पीड़िता को अस्पताल में बेड तक नहीं मिल सका. प्रसव पीड़िता ने अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 15, 2024 9:56 PM
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महुआ. एक ओर सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में न तो सुधार होता दिख रहा है और न ही अस्पताल के कर्मियों की कार्यशैली में. ताजा मामला महुआ अनुमंडल अस्पताल का है. यहां प्रसव के लिए आयी प्रसव पीड़िता को अस्पताल में बेड तक नहीं मिल सका. अस्पताल में बेड नहीं मिलने की वजह से प्रसव पीड़िता ने अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. वहीं परिजन रुपये नहीं देने की वजह से बेड नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं. इसी शिकायत महुआ अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक से की गयी है. जानकारी के अनुसार जंदाहा थाना क्षेत्र के भान भोरहा निवासी रघुनी पासवान की पुत्री सुधा कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर देर रात महुआ अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि प्रसव कक्ष में महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने दो हजार रुपये की मांग की. जब रुपये देने में असमर्थता जतायी, तो सदर अस्पताल रेफर करा दिया गया. आरोप है कि रात्रि में ही जबरन उसे बेड से उतार दिया गया. इसी दौरान महिला ने बच्चे को फर्श पर ही जन्म दे दिया. परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल उपाधीक्षक से की है. इस संबंध में महुआ अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार ने बताया कि इसकी शिकायत मिली है. तत्काल आरोपित महिला कर्मियों को लेबर रूम में ड्यूटी से हटाते हुए इसकी जांच करायी जा रही है. दोषी पाये जाने पर आगे की कार्रवाई के लिए विभाग को पत्र लिखा जायेगा.

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