जन आंदोलनों की ताकत से बदलेगा बिहार : दीपंकर
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 20 वर्षों में बीच के कुछेक साल को निकाल दें, तो लगातार बिहार पर भाजपा जदयू का शासन रहा है.
हाजीपुर.
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 20 वर्षों में बीच के कुछेक साल को निकाल दें, तो लगातार बिहार पर भाजपा जदयू का शासन रहा है. सुशासन और सबके लिए न्याय, के नाम पर चलने वाली इस सरकार में दलितों, गरीबों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर अत्याचार काफी बढ़ गया है. पुलिस बेलगाम हो गयी है और बिना रिश्वत दिये केस दर्ज नहीं होता. केस दर्ज होता है तो कार्रवाई नहीं होती. कांटी में पुलिस हाजत में पीट कर एक युवक की हत्या कर दी गयी. मधुबनी में वाहन चेकिंग के नाम पर एक मुस्लिम युवक को पीट कर अधमरा कर दिया गया. राघोपुर पश्चिमी पंचायत में पुलिस और सामंती गुंडे एक साथ मिलकर दलित परिवार के घर में घुसकर पिटाई करते हैं. यह तस्वीर पूरे बिहार की है. बुलडोजर के जरिये बिहार में भी गरीबों के घर तोड़कर उन्हें विस्थापित किया जा रहा है.पार्टी जिला कमेटी की ओर से आयोजित बदलो बिहार समागम को संबोधित करते हुए कॉमरेड दीपंकर ने कहा कि सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के बाद बिहार के विकास का दावा खोखला साबित हुआ. राज्य की 34 फीसदी आबादी छह हजार रुपये से कम मासिक आय पर गुजारा कर रही है. इन महागरीबों को लघु उद्योग योजना से दो-दो लाख रुपये की सहायता करने, सभी गरीबों को पांच-पांच डिसमिल आवासीय जमीन और पक्का मकान देने का सरकार ने वादा किया था. सरकार इसे पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं है. पक्का मकान के लिए सर्वेक्षण के नाम पर गरीबों से उगाही हो रही है. किसी भी स्कीम वर्कर को न्यूनतम मजदूरी भर भी मानदेय नहीं दिया जा रहा. किसानों की जमीन भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का उल्लंघन करके हड़पी जा रही है. बिहार में मंडी व्यवस्था बंद है. राघोपुर के तेरसिया में भूदान की जमीन का पर्चा दिया गया, लेकिन आज तक कब्जा नहीं दिलाया गया. संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ायी जा रही है. महाकुंभ में कितने लोगों ने स्नान किया, इसकी गिनती सरकार के पास है, लेकिन कितने लोग मरे और कितने लापता हैं इसकी सूची नहीं है. भाजपा सरकार सिर्फ लोगों की आस्था का दोहन करना चाहती है. कॉमरेड दीपंकर ने कहा कि दिल्ली में 10 साल की सरकार बदल गयी. बिहार की सभी आंदोलनकारी संगठनों की आकांक्षा है कि 20 वर्षों से चल रही सरकार बदलनी चाहिए. भाकपा माले सभी आंदोलनकारी संगठनों के लिए एक मंच दे रही है. माले महासचिव ने उपस्थितजनों से दो मार्च को पटना के गांधी मैदान में बदलो बिहार महाजुटान में हिस्सा लेकर इस राज को बदलने का संकल्प लेने की अपील की.शुक्रवार को शहर के गांधी आश्रम स्थित गांधी स्मारक पुस्तकालय के सभागार में कार्यक्रम आयोजित हुआ. इसमें सहारा भुगतान संघर्ष मोर्चा, विद्यालय रात्रि प्रहरी संघ, फुटपाथ दुकानदार संघ, बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ, भूदान की जमीन बचाओ संघर्ष समिति, प्राथमिक शिक्षक, कर्मचारी संगठनों, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं, छात्र नौजवानों, अधिवक्ताओं, किसान संगठनों, खेत मजदूर संगठन, ट्रेड यूनियन के अलावा अन्य आंदोलनकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेंद्र प्रसाद सिंह, रामबाबू भगत, रवि कुमार, श्रवन दास, प्रेमा देवी के अध्यक्ष मंडल ने की. पार्टी के जिला सचिव विशेश्वर प्रसाद यादव ने संचालन किया. मौके पर किसान महासभा के राज्य सचिव उमेश सिंह, गिरिजा देवी, विभा देवी, राजेंद्र राय, पंचम कुमार पासवान, गोपाल पासवान, मनीष कुमार, मुश्ताक अहमद, राजू वारसी, मदन महाराज, लखनदेव भगत, इ श्यामनंदन सिंह आदि ने विचार रखे.
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