बाया नदी में डूबे दूसरे बच्चे का 18 घंटे बाद मिला शव
महुआ थाना के मुकुंदपुर सिंघाड़ा गांव में शुक्रवार की शाम बाया नदी में डूबे 10 वर्षीय सत्यम का शव शनिवार को 18 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने खोज निकाला.
महुआ थाना के मुकुंदपुर सिंघाड़ा गांव में शुक्रवार की शाम बाया नदी में डूबे 10 वर्षीय सत्यम का शव शनिवार को 18 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने खोज निकाला. शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. सत्यम मुकुंदपुर सिंघाड़ा गांव निवासी नागेंद्र सिंह का पुत्र था. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं दो बच्चों की बाया नदी में डूबने से हुई मौत के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम गांव के तीन बच्चे रितिका, सत्यम और उसकी बहन बाया नदी में स्नान करने गये थे, जहां सभी बच्चे डूबने लगे. यह देख मौके पर जुटे लोगों ने सत्यम की बहन को किसी तरह बचा लिया था, लेकिन कुंदन सिंह की पुत्री 11 वर्षीया रितिका कुमारी और 10 वर्षीय सत्यम नदी के गहरे पानी में डूब गये थे. मौके पर जुटे लोगाें ने काफी मशक्कत के बाद शुक्रवार की शाम रितिका के शव को नदी से ढूंढ़ कर बाहर निकाल लिया था, जबकि देर शाम तक सत्यम का कुछ पता नहीं चल सका था. घटना की सूचना पर पहुंची महुआ थाने की पुलिस ने इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी थी.
शनिवार की सुबह एसडीआरएफ की टीम ने करीब एक किलोमीटर दूर से सत्यम का शव खोज निकाला. बच्चे का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. बताया जाता है कि सत्यम के पिता नागेंद्र सिंह एक मामले में जेल में बंद है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. बाया नदी में दो बच्चों की डूबने से हुई मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है