हाजीपुर. साइबर फ्रॉड से निबटना बड़ी चुनौती बन गयी है. जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रहे हैं. वैसे-वैसे साइबर फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं. साइबर फ्रॉड के ट्रेंड भी बदल रहे हैं. एटीएम बदलना, एटीएम की क्लोनिंग, ओटीपी पूछकर लोगों के खाते से रुपये गायब करने के मामले अब पुराने ट्रेंड हो चुके हैं. अब तो डिजिटल लुटेरे लोगों को इमोशनल ब्लैकमेल भी करने लगे हैं. कभी किसी का फेसबुक हैक करने के बाद बीमारी का बहाना बनाकर रुपये की ठगी की जा रही है. तो कभी न्यूड वीडियो कॉल कर सामने वाले को ब्लैकमेल किया जा रहा है. कई मामलों में तो बड़ा इनाम देने का झांसा देकर डिजिटल लुटेरे लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं. हाल के दिनों दूसरे शहर में रहने वाले बेटे या किसी रिश्तेदार के रेप केस में फंसने और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ गये हैं. हालांकि जिले में हाल के वर्षों कई साइबर ठगी करने वाले डिजिटल लुटेरे की भी गिरफ्तारी हुई है. साइबर एक्सपर्ट व साइबर डीएसपी चांदनी सुमन बताती हैं कि आज ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं. सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को अपनी प्रोफाइल की गोपनीयता के बारे में जानकारी होना जरूरी है, क्योंकि, साइबर ठग सेम प्रोफाइल बनाकर जानने वालों से पैसे की डिमांड करते हैं. इसके साथ ही बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर भी लगातार कई शिकायतें साइबर क्राइम को मिल रही हैं. बेरोजगार युवक और युवतियों से अपराधी लाखों रुपये ठग लेते हैं. एटीएम से रुपये निकालते वक्त भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. किसी भी अंजान व्यक्ति से ओटीपी शेयर नहीं करनी चाहिए और न ही किसी अंजान लिंक पर क्लिक करना चाहिए. साइबर जागरूकता के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है. हाल के वर्षों में साइबर क्राइम का ट्रेंड काफी बदला है. साइबर ठगी से बचने के लिए लगातार चलाये जा रहे वित्तीय साक्षरता व जागरूकता अभियान से लोगों में काफी जागरूकता आयी है. अब लोग किसी अंजान व्यक्ति को ओटीपी देने से पहले काफी सतर्क हो जाते हैं. लेकिन अब डिजिटल लुटेरों ने लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने के लिए बड़ा इनाम जीतने का झांसा दे रहे हैं. इनके झांसे में पढ़े-लिखे लोग भी आते रहते हैं. व्हाट्सएप व एसएमएस कर लोगों को कभी बड़ी रकम तो कभी कार, टीवी, फ्रीज आदि जीतने का झांसा देते हैं. जैसे ही लोग उनके लिंक क्लिक करते हैं. खाते की सारी जानकारी डिजिटल लुटेरों तक पहुंच जाती है और पल भर में रुपये की निकासी हो जाती है. साइबर फ्रॉड के शिकार ज्यादातर लोगों को इस बात की भी जानकारी नहीं होती है कि वे अपने साथ धोखाधड़ी होने पर इसकी शिकायत कहां करें. उन्हें किसे इसकी शिकायत करनी है. सरकार ने लोगों को जानकारी दी है कि साइबर फ्रॉड में पैसों का नुकसान होने पर आप हेल्पलाइन नंबर या ऑनलाइन राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. साइबर थाने में भी इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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