हाजीपुर. बाढ़ की विभीषिका का दंश झेल रहे पीड़ितों को गंगा के जल स्तर में आयी कमी से थोड़ी राहत तो मिली है, लेकिन उनकी परेशानियां अभी भी बरकरार हैं. वहीं प्रशासनिक अमला बाढ़ को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद दिख रहा है. राहत कैंप के साथ-साथ स्वास्थ्य कैंप व पशु चिकित्सा कैंप का संचालन किया जा रहा है. वहीं कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व सामाजिक संगठन के लोग भी अपने स्तर से बाढ़पीड़ितों तक राहत पहुंचाने में जुटे हुए हैं. हालांकि गंगा नदी के जल स्तर में तेजी से दर्ज की जा रही कमी के बावजूद अब भी गंगा नदी के खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिला प्रशासन के अनुसार गंगा नदी के जल स्तर में प्रति घंटे 12.5 एमएम की कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन पटना गांधी घाट के समीप गंगा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है. बाढ़ की विभीषिका से निबटने के लिए दूरभाष संख्या-06224-260233, 260237 पर 24×7 जिला कंट्रोल रूम कार्यरत हैं. यहां तीन शिफ्ट में पदाधिकारी व कर्मियों की तैनाती की गयी है. जिले के बाढ़ प्रभावित राघोपुर, हाजीपुर, बिदुपुर, सहदेई, देसरी व महनार प्रखंड में बाढ़पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन की ओर से 16004 पॉलीथिन शीट्स उपलब्ध कराया गया है. वहीं 118 निजी तथा 07 सरकारी नाव का परिचालन किया जा रहा है. इसके अलावा एसडीआरएफ की ओर से राघोपुर प्रखंड में चार बोट को प्रतिनियुक्त किया गया है. दो टीम कच्ची दरगाह व दो टीम चकसिंगार में प्रतिनियुक्त है. वहीं महनार में दो बोट के साथ एक टीम तथा हाजीपुर क्लब घाट, कौनहारा घाट पर दो बोट प्रतिनियुक्त की गयी है.
बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में हो रहा सामुदायिक किचन का संचालन
बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में जिला प्रशासन की ओर से पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन का संचालन किया जा रहा है. महनार अनुमंडल के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड में दो सामुदायिक किचन चलाये जा रहे हैं. देसरी में एक सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है एवं महनार में तीन सामुदायिक किचन चलाये जा रहे है. वहीं हाजीपुर अनुमंडल के राघोपुर में 13 सामुदायिक किचन चलाये जा रहे हैं एवं हाजीपुर में एक सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन के अनुसार सामुदायिक किचन में सोमवार की सुबह राघोपुर में 5395, हाजीपुर में 1857, सहदेई बुजुर्ग में 741, देसरी में 292 तथा महनार में 2485 लोगों को भोजन कराया गया है. बाढ़ग्रस्त इलाके में स्वास्थ्य विभाग ने भी मोर्चा संभाल रखा है. हाजीपुर अंचल में बाढ़ग्रस्त दो पंचायोंत के दो गांवों में मेडिकल कैंप लगाकर 316 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गयी. ओआरएस-52 पैकेट का भी वितरण किया गया. इसी तरह राघोपुर अंचल की 20 पंचायतों के 72 गांवों में मोबाइल टीम ने 335 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की. साथ ही ओआरएस के 205 पैकेट का वितरण किया. बिदुपुर अंचल की चार पंचायतों के चार गांवों के लिए दो मेडिकल कैंप लगाकर 53 मरीजों का इलाज किया गया. इस दौरान 150 हैलोजन टेबलेट-150 तथा 53 ओआरएस के पैकेट का वितरण किया गया. वहीं महनार की तीन पंचायतों के तीन गांवों में तीन मेडिकल कैंप लगाकर 179 मरीजों का इलाज किया गया तथा ओआरएस का 600 पैकेट वितरण किया गया. ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव 97 जगहों पर किया गया. इसी तरह सहदेई बुजुर्ग की एक पंचायत के एक गांव में एक मेडिकल कैंप में 73 मरीजों का इलाज किया गया. इस दौरन 10 हैलोजन टेबलेट तथा 87 ओआरएस पैकेट का वितरण किया. वहीं देसरी की एक पंचायत के एक गांव में एक मेडिकल कैंप लगाकर 77 मरीजों का इलाज किया गया. 54 ओआरएस पैकेट तथा 12 हैलोजन टेबलेट का वितरण किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है