हाजीपुर. जिले में ठंड व शीतलहर से बचाव को लेकर मंगलवार को एडीएम आपदा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभा कक्ष में बैठक की गयी. बैठक में एडीएम (आपदा) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सामान्यतः दिसंबर से जनवरी के बीच ठंड की व्यापकता कभी-कभी भयावह शीतलहर का रूप ले लेती है. इस दौरान एहतियाती उपाय जरूरी है, ताकि शीतलहर से प्रभावित होनेवाले आमलाेग खासकर गरीब व असहाय लोगों के बचाव की समुचित व्यवस्था प्रशासनिक स्तर पर की जा सके. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी को शीतलहर के प्रभाव से निबटने के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि शीतलहर का प्रभाव फसल पर भी पड़ता है, इसलिए फसल क्षति से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था करने का निर्देश कृषि पदाधिकारी को दिया गया. बताया गया कि इससे पशुधन की भी क्षति होती है. जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे पशुओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करें. बिजली विभाग के अभियंता को निर्देश दिया गया कि बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें. परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि शीतलहर के दौरान कोहरे और धुंध के मद्देनजर सुरक्षात्मक उपाय करें. कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद को निर्देश दिया गया कि वे रेन बसेरा की व्यवस्था एवं रख रखाव सुनिश्चित करें. बैठक में स्वास्थ्य विभाग, जन संपर्क विभाग, पशुपालन विभाग, सांख्यिकी विभाग, परिवहन विभाग, नगर परिषद के पदाधिकारी साथ कई अंचल अधिकारी के अलावा डीपीआरओ नीरज, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मो जावेद, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सहित के कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे.
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