बाढ़ को लेकर अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन, कंट्रोल रूम खुला
गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि की वजह से राघोपुर, सहदेई बजुर्ग व देसरी प्रखंड के निचले इलाके में धीरे-धीरे बाढ़ का पानी फैलने लगा है. गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर व बाढ़ के हालात से निबटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है.
गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि की वजह से राघोपुर, सहदेई बजुर्ग व देसरी प्रखंड के निचले इलाके में धीरे-धीरे बाढ़ का पानी फैलने लगा है. गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर व बाढ़ के हालात से निबटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. सोमवार को डीएम यशपाल मीणा ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. आपदा प्रबंधन के तहत संभावित बाढ़ से निबटने को लेकर की गयी तैयारियों की जानकारी लेने के बाद उन्होंने पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिये.
डीएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी और कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण तथा ग्रामीण कार्य विभाग को नियमित रूप से जल स्तर और तटबंधों की निगरानी करने तथा आवश्यकता पड़ने पर क्षतिग्रस्त तटबंध की अविलंब मरम्मति कर उसकी रिपोर्ट और फोटोग्राफ्स जिला आपदा शाखा को भेजने और आपदा ग्रुप में शेयर करने का निर्देश दिया. साथ ही बाढ़ नियंत्रण के लिए जिन विभागों में टीम गठित है, उसकी सूची जिला आपदा शाखा के कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. एडीएम (आपदा) ने बताया कि तीन पालियों में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष संचालित है. नियंत्रण कक्ष का नंबर 06224-260 233 तथा 260236 जारी किया गया है. कंट्रोल रूम से सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मियों की मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया गया. साथ ही सभी एसडीएम को अपने स्तर से प्रतिदिन रिव्यू करने तथा उसकी रिपोर्ट एडीएम (आपदा) को उपलब्ध कराने और आपदा व्हाट्सएप ग्रुप में भी शेयर करने का निर्देश दिया गया. बैठक में अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा) अरुण कुमार सिंह, एसडीम हाजीपुर राम बाबू बैठा, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण, कार्यपालक अभियंता, तिरहुत नहर प्रमंडल सहित कई पदाधिकारी एवं अभियंता उपस्थित थे.
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