हाजीपुर : कोरोना जैसी महामारी की वजह से लागू किये गये लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या दूसरे राज्यों में फंसे लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार व प्रशासन लगातार प्रयासरत हैं. लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में वैशाली जिले के हजारों मजदूर तमिलनाडू, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में फंसे हुए हैं. काम धंधे बंद हो जाने की वजह से उनके समक्ष खाने-पीने का संकट उत्पन्न हो गया है. ऐसे लोगों की सूची तैयार कर अब उन्हें एक हजार रुपये की तत्काल सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जायेगी. लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को कोई परेशानी न हो इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग, वेबसाइट, इमेल, मोबाइल नंबर व हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं. डीएम उदिता सिंह के अनुसार दूसरे राज्यों में लॉकडाउन की वजह से फंसे वैशाली जिले के मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जिले में इसके लिए श्रमिक कोषांग का गठन भी किया गया है.
श्रम अधीक्षक वैशाली के कार्यालय में 06224-277465 श्रमिक कोषांग 24X7 कार्यरत है. श्रमिक कोषांग के अनुसार वैशाली जिले के 23 सौ से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. इन सबों की सूची लगभग तैयार कर ली गयी है. इनकी सहायता के लिए एक इमेल आइडी shramikcellvaishali@gmail.com भी जारी की गयी है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए श्रमिक कोषांग संबंधित राज्यों द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर उनके आवासन व भोजन की जानकारी प्राप्त कर रही है. सेल्फी के साथ एप पर करना होगा आवेदन लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंस लोगों को सेल्फी के साथ आधार कार्ड की कॉपी व बैंक में अपने नाम से खाता की जानकारी देनी हो. लाभार्थी की सेल्फी का मिलान आधार डेटाबेस के फोटो से भी किया जायेगा.
मोबाइल एप पर सेल्फी व डॉक्यूमेंट डालने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग से पता लगाया जायेगा कि वे कहां पर हैं. इसके बाद उनके खाते पर भुगतान किया जायेगा. जिले में इसके लिए श्रमिक कोषांग का गठन भी किया गया है. श्रम अधीक्षक वैशाली के कार्यालय में 06224-277465 श्रमिक कोषांग 24X7 कार्यरत है. श्रमिक कोषांग के अनुसार वैशाली जिले के 23 सौ से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. इन सबों की सूची लगभग तैयार कर ली गयी है. इनकी सहायता के लिए एक इमेल आइडी shramikcellvaishali@gmail.com भी जारी की गयी है.
दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए श्रमिक कोषांग संबंधित राज्यों द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर उनके आवासन व भोजन की जानकारी प्राप्त कर रही है. सेल्फी के साथ एप पर करना होगा आवेदन लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंस लोगों को सेल्फी के साथ आधार कार्ड की कॉपी व बैंक में अपने नाम से खाता की जानकारी देनी हो. लाभार्थी की सेल्फी का मिलान आधार डेटाबेस के फोटो से भी किया जायेगा. मोबाइल एप पर सेल्फी व डॉक्यूमेंट डालने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग से पता लगाया जायेगा कि वे कहां पर हैं. इसके बाद उनके खाते पर भुगतान किया जायेगा.जिले में इसके लिए श्रमिक कोषांग का गठन भी किया गया है. श्रम अधीक्षक वैशाली के कार्यालय में 06224-277465 श्रमिक कोषांग 24X7 कार्यरत है. श्रमिक कोषांग के अनुसार वैशाली जिले के 23 सौ से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं.
इन सबों की सूची लगभग तैयार कर ली गयी है. इनकी सहायता के लिए एक इमेल आइडी shramikcellvaishali@gmail.com भी जारी की गयी है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए श्रमिक कोषांग संबंधित राज्यों द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर उनके आवासन व भोजन की जानकारी प्राप्त कर रही है. सेल्फी के साथ एप पर करना होगा आवेदन लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंस लोगों को सेल्फी के साथ आधार कार्ड की कॉपी व बैंक में अपने नाम से खाता की जानकारी देनी हो. लाभार्थी की सेल्फी का मिलान आधार डेटाबेस के फोटो से भी किया जायेगा. मोबाइल एप पर सेल्फी व डॉक्यूमेंट डालने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग से पता लगाया जायेगा कि वे कहां पर हैं. इसके बाद उनके खाते पर भुगतान किया जायेगा.
जिले में इसके लिए श्रमिक कोषांग का गठन भी किया गया है. श्रम अधीक्षक वैशाली के कार्यालय में 06224-277465 श्रमिक कोषांग 24X7 कार्यरत है. श्रमिक कोषांग के अनुसार वैशाली जिले के 23 सौ से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. इन सबों की सूची लगभग तैयार कर ली गयी है. इनकी सहायता के लिए एक इमेल आइडी shramikcellvaishali@gmail.com भी जारी की गयी है. दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए श्रमिक कोषांग संबंधित राज्यों द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर उनके आवासन व भोजन की जानकारी प्राप्त कर रही है.
सेल्फी के साथ एप पर करना होगा आवेदन लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंस लोगों को सेल्फी के साथ आधार कार्ड की कॉपी व बैंक में अपने नाम से खाता की जानकारी देनी हो. लाभार्थी की सेल्फी का मिलान आधार डेटाबेस के फोटो से भी किया जायेगा. मोबाइल एप पर सेल्फी व डॉक्यूमेंट डालने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग से पता लगाया जायेगा कि वे कहां पर हैं. इसके बाद उनके खाते पर भुगतान किया जायेगा.