थोड़ी सी सावधानी से रोकी जा सकती है आग की विभीषिका

राष्ट्रीय अग्नि शमन सेवा सप्ताह के तहत जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में आंगनबाड़ी केंद्र, जीविका समूह की महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान फायर कर्मियों ने लोगों से संवाद एवं मॉक ड्रिल कर अगलगी से बचाओ की जानकारी दी.

By Prabhat Khabar News Desk | April 18, 2024 10:25 PM

हाजीपुर. राष्ट्रीय अग्नि शमन सेवा सप्ताह के तहत जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में आंगनबाड़ी केंद्र, जीविका समूह की महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान फायर कर्मियों ने लोगों से संवाद एवं मॉक ड्रिल कर अगलगी से बचाओ की जानकारी दी. इस दौरान जिला अग्निशमन पदाधिकारी के निर्देश पर जिले के कई मुख्य स्थलों पर जागरूकता अभियान चलाया गया. सहायक जिला अग्निशमन पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद ने बताया कि अग्निशमन विभाग द्वारा जारी रोस्टर के अनुसार राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा सप्ताह के तहत पांचवे दिन जिला मुख्यालय के बलवा क्वारी गांव में जीविका समूह एवं आंगनवाड़ी केंद्र पर मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को आगलगी से बचाव की जानकारी दी गई. इसके साथ ही सामुदायिक भवन हाजीपुर, बलवा कोआरी गांव के वार्ड संख्या 14 एवं विशुनपुर बालाधारी गांव में जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर आगलगी से बचाओ की जानकारी एवं आग लगने पर तत्काल काबू पाने के तरीके बताए गए. सहायक जिला अग्नि शमन पदाधिकारी के बताया कि महुआ अनुमंडल क्षेत्र के कटरमाला, मंगुराही एवं गोरौल बाजार तथा महनार अनुमंडल क्षेत्र के सहदेई बुजुर्ग एवं पानापुर गांव में जन प्रतिनिधियों के साथ गोष्ठी का आयोजन कर जागरूकता अभियान चलाया गया. कार्यक्रम में जिला कार्यालय मे तैनात फायर कर्मी अजय पासवान, हीरा कुमार रजक, शाहनावज अंसारी,अनोज कुमार, डॉली कुमारी, सत्या कुमारी, प्रियंका कुमारी, राखी कुमारी के साथ महुआ एवं महनार क्षेत्र में विभाग के अधिकारी एवं फायर कर्मी मौजूद थे. सावधानी से ही बचाव – खलिहान को तालाब या पानी के अन्य साधन के निकट स्थापित करें. – खलिहान से कम से कम 100 फुट की दूरी पर खाना पकायें . – बीड़ी, सिगरेट, हुक्का खलिहान में न पियें. उसे पूरी तरह बुझाकर ही छोड़ें. – खेत में फूस उस समय जलायें जब हवा न चल रही हो. – रसोई घर की छत को टिन या एस्बेस्टस शीट से बनवायें. – यदि फूस से बनवायें तो उसमें अंदर की ओर मिट्टी का लेप लगवायें. – फसल या कंडों के ढेर को घर से 100 फुट की दूरी पर रखें. – जलते हुए स्टोव या लैंप में मिट्टी का तेल न भरें. – भोजन बनाते समय पहने हुए कपड़ों का प्रयोग कर स्टोव से बर्तन न उतारें. – गैस का सिलेंडर सदैव खड़ा रखें, रबर पाइप को छह माह में बदल दें. – एक ही प्लग से एक साथ कई विद्युत उपकरणों का प्रयोग न करें. – बिजली के स्वीच बोर्ड निर्धारित ऊंचाई पर बच्चों की पहुंच के बाहर लगवायें. आग लगने पर क्या करें – शॉट सर्किट से आग लगने पर सबसे पहले उस भवन का मेन स्विच काट दें. – अग्निशमन यंत्र का उपयोग आग बुझाने के लिए तत्काल करें. – शॉट सर्किट से लगी आग बुझाने के लिए कभी भूल कर भी पानी न डालें. – बिजली के उपकरणों को दास्ताना पहन या सूखी लकड़ी के सहारे ही छुएं. – गैस से आग लगने पर मकान की सारी खिड़कियां व दरवाजे खोल दें. – आग लगने पर तत्काल सूचना फायर स्टेशन या स्थानीय थाना को दें. जलने पर प्राथमिक उपचार – जले स्थान को ठंडे पानी से साफ करें, जितना ठंडा उतना फायदा. – जले स्थान पर तत्काल कोई तेल या दवा का प्रयोग न करें. – सूती कपड़े को गर्म पानी में उबाल कर जख्म को ढंक दें.

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