Flood in Bihar: हाजीपुर. एक बार फिर गंगा व गंडक नदी के किनारे के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वाल्मीकि नगर बराज से गंडक नदी में करीब छह लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने के बाद गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. गंडक नदी के जलस्तर में हर घंटे तेजी से हो रही वृद्धि की वजह से गंगा नदी का जलस्तर भी एक बार खतरे के निशान की ओर बढ़ने लगा है. लालगंज में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है.
वाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने से बढ़ा बाढ़ का खतरा
गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. जिला प्रशासन ने तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी है. तिरहुत तटबंध पर मजदूरों के साथ कनीय अभियंता सहायक अभियंता की तैनाती की गयी है. रविवार को डीएम यशपाल मीणा ने पदाधिकारियों के साथ गंडक नदी के घाटों का निरीक्षण का जलस्तर का जायजा लिया.
बाढ़ निरोधक कार्य जारी
गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने तिरहुत तटबंध की सुरक्षा के लिए इसकी निगरानी बढ़ा दी है. 23 स्थानों पर तीन शिफ्ट में पदाधिकारियों व कर्मियों की तैनाती की गयी है. साथ ही मनरेगा पीओ, पीटीए, पीआरएस, बीपीआरओ की प्रतिनियुक्ति की गयी है. आमजनों की सुरक्षा हेतु बाढ़ निरोधक कार्य किये जा रहे हैं. तटबंध के सभी आक्रम्य स्थलों पर मजदूर, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता की प्रतिनियुक्ति वैशाली, लालगंज एवं हाजीपुर अंचल में की गयी है.
पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था करने का निर्देश
कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रमंडल, लालगंज को स्थलों पर कम से कम 20-20 हजार सैंड बैग स्टॉक करने का निर्देश दिया गया है. मेडिकल टीम एंबुलेंस एवं एवं आवश्यक दवा के साथ रहेगी. एसडीआरएफ को भी अलर्ट मोड में रखा गया है. कौनहारा घाट, हाजीपुर एवं लालगंज में चार-चार मोटर वोट के साथ एसडीआरएफ की गयी है. संभावित बाढ़ को देखते हुए आमलोगों से को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए माइकिंग करायी जा रही है. वहीं अंचलाधिकारी को पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है.
नगर परिषद प्रशासन भी अलर्ट
गंडक नदी के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि की संभावना को देखते हुए हाजीपुर नगर परिषद प्रशासन भी अलर्ट मोड में कार्य कर रहा है. शनिवार की देर शाम हाजीपुर नगर परिषद की सभापति संगीता कुमारी ने कार्यपालक पदाधिकारी के साथ शहर के विभिन्न नदी घाटों पर जलस्तर का निरीक्षण किया. इस दौरान एहतियात जो भी कदम उठाये जा सकते हैं, उसे उठाने का निर्देश दिया. इस दौरान नदी के जलस्तर में जारी वृद्धि को देखते हुए आमलोगों से नदी में स्नान नहीं करने की अपील की गयी.