बिहार गृह रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के आह्वान पर होमगार्ड जवानों ने जिला मुख्यालय संस्कृत महाविद्यालय परिसर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. धरना-प्रदर्शन के बाद एक शिष्ट मंडल ने अपनी मांगों का ज्ञापन जिला पदाधिकारी को सौंपा. बताया गया कि संगठन की ओर से लंबे समय से मांग की जा रही थी कि पुलिस विभाग में सिपाहियों के जैसे ही उन्हें भी समान काम का समान वेतन, सुनिश्चित ड्यूटी आवंटन, बिना वजह बर्खास्त किये गये जवानों को काम पर वापस लिया जाये. उनकी मांगों को पूरी नहीं करने की स्थिति में केंद्रीय समिति के निर्देश पर उग्र आंदोलन में भी सहभागिता का निर्णय बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ द्वारा लिया गया है. धरना पर बैठे संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि इससे पूर्व भी विरोध-प्रदर्शन कर रहे होमगार्ड जवानों ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा था. लेकिन फिर भी सरकार होम गार्ड जवानों की मांगे नहीं मानी गया, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इसके बाद भी यदि हम लोगों की मांगों पर कोई ठोस निर्णय सरकार नहीं लेती है तो वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. धरना के बाद आक्रोश मार्च संस्कृत महाविद्यालय परिसर से निकलकर राजेंद्र चौक होते हुए समाहरणालय परिसर पहुंचकर प्रदर्शन किया तथा अनुमंडल पदाधिकारी को पांच सदस्यीय टीम ने अपना मांग पत्र सौंपा. कार्यक्रम के अध्यक्षता सोने लाल सिंह एवं संचालन कैलाश राय ने किया. वक्ताओं ने कहा कि सरकार गृह रक्षक विरोधी है. अगर हमारी मांग को नहीं पूरा किया तो आंदोलन आगे भी जारी रहेगा. इस अवसर पर प्रदेश सचिव रामा शंकर भारती, जिला अध्यक्ष सोने लाल सिंह, रंजीत सिंह, गणेश राम, मुनेश्वर सुबोध कुमार, गणेश राय, लाल बाबू सिंह हरिहरनाथ सिंह अर्जुन सिंह आनंद कुमार सिंह कैलाश राय मौजूद थे.
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