बिदुपुर.
बिदुपुर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित शुक्रवार को किसान भवन में खरीफ महाअभियान 2024 के तहत प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सह उपादान वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान किसानों को मोटे अनाज की खेती और बागवानी का विशेष प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड प्रमुख फूल कुमारी देवी, बीडीओ किरण कुमार, प्रखंड आत्मा के अध्यक्ष हरिवंश नारायण सिंह, बीएओ रत्नेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम में बीएओ ने कहा कि खेतों की उर्वरक क्षमता बनाये रखने के लिए फसल के बीच में ढैंचा अवश्य लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि विभाग में किसानों के लिए ढैंचा का बीज अनुदानित दर पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार मोटे अनाज की खेती के लिए 25 किसानों का क्लस्टर बनाकर खेती का प्रत्यक्षीकरण कर रही है, ताकि उससे सीख लेकर पर्याप्त मात्रा में मक्का, मरुआ, कोदो आदि जैसे मोटे अनाज का उत्पादन कर सकते है. ऐसे अनाज न केवल भोजन बल्कि दवा का का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि बिदुपुर प्रखंड में 56 क्विंटल ढैंचा का बीज वितरण किया जा रहा है जबकि खानपुर पकड़ी, मथुरा और शीतलपुर कमालपुर में 25-25 किसानों का कलस्टर बनाकर मक्का की खेती का प्रत्यक्षीकरण किया जा रहा है. वहीं सहदुल्लाहपुर धोबौली और माइल में कलस्टर बनाकर मरूआ की खेती करायी जा रही है. चेचर पंचायत में कोदो की खेती के लिए क्लस्टर बनाया गया है. सहदुल्लहपुर धोबौली पंचायत में पांच किसानों का कलस्टर बनाकर स्वीट कॉर्न और खानपुर पकड़ी में बेबी कार्न की खेती करायी जा रही है. प्रखंड उद्यान पदाधिकारी रंजित कुमार राय ने बताया कि पपीते की खेती कर एक एकड़ में पांच लाख से आठ लाख रुपये आमदनी की जा सकती है. उन्होंने पपीते की खेती करने के तरीके, उन्हें कीड़ा से बचने के उपाय तथा सरकारी अनुदान पाने के तरीके बताया गये. आम, केला, मशरूम एवं अन्य बागवानी के पौधों की उपलब्धता एवं सरकारी अनुदान पाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की. कार्यक्रम में प्रमुख एवं बीडीओ के अतिरिक्त मत्स्य प्रसार पदाधिकारी कर्मवीर प्रसाद द्विवेदी, तकनीकी प्रबंधक सहायक राकेश कुमार श्रीवास्तव, किसान समन्वयक पवन कुमार, अरविंद कुमार, अरविंद कुमार सिंह, कृषि सलाहकार प्रेम प्रकाश सिंह, विनोद कुमार, सुनील कुमार आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है