hajipur news. मंडल कारा में कैदी की बिगड़ी तबीयत, इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत

समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के रघुवरपुर गांव निवासी थे अधेड़, परिजनों ने जेल प्रशासन पर इलाज नहीं कराने का लगया आरोप

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2024 10:44 PM

हाजीपुर. मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गयी. मृतक बंदी समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के रघुवरपुर गांव निवासी रामसागर शर्मा के 59 वर्षीय पुत्र राजेश्वर शर्मा बताया गया है. बंदी की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंच गए. वे जेल प्रशासन पर इलाज नहीं कराने का आरोप लगा रहे थे. जेल प्रशासन ने घटना की सूचना नगर थाना की पुलिस को दी. सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. जानकारी के अनुसार हत्या मामले में जेल में बंद विचाराधीन कैदी राजेश्वर शर्मा की रविवार की देर शाम अचानक तबीयत बिगड़ गयी थी. जेल अस्पताल में उसका इलाज कराया गया. वहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. सदर अस्पताल में इलाज के दौरान देर रात साढ़े दस बजे के करीब उसकी मौत हो गयी. इस संबंध में जेल कर्मियाें ने बताया कि एक माह पूर्व भी उनकी तबीयत खराब हो गयी थी. जेल अस्पताल में इलाज के बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से उसे बेहतर इलाज के पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था. पीएमसीएच में इलाज कराने के बाद ठीक होने पर उसे फिर से जेल में बंद कर दिया गया था.

बिना कंफर्मेशन कर दिया था लाइन चालू, जिससे झुलस गया था लाइनमैन, करायी गयी थी प्राथमिकी

राजेश्वर शर्मा जंदाहा में बिजली विभाग में ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थे. 17 मार्च 2022 को जंदाहा थाना क्षेत्र के चकमहदीन गांव निवासी लाइनमैन जगरनाथ राय वरीय अधिकारी के निर्देश पर शट-डाउन लेकर ट्रांसफाॅर्मर का फ्यूज जोड़ने के लिए चढ़ा था. फ्यूज जोड़ने के दौरान ही राजेश्वर शर्मा ने बिना कंफर्मेशन के लाइन चालू कर दिया था, जिससे ट्रांसफार्मर पर चढ़ा लाइनमैन गंभीर रूप से झुलस गया था. उसे पटना के एक बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया था. घायल के भाई ने राजेश्वर शर्मा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जंदाहा पुलिस ने 16 जुलाई 2024 को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया था. मौत की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन ने तत्काल घटना की सूचना वरीय अधिकारी को दी. वरीय अधिकारी की सूचना पर मजिस्ट्रेट प्रेमा गुप्ता, नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी सीबी शुक्ला की मौजूदगी में सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन जेल प्रशासन पर बंदी का इलाज नहीं कराने का आरोप लगा रहे थे. पुलिस एवं जेल प्रशासन मामले की जांच कर रही है.

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