जिला परिषद की सामान्य बैठक में विभिन्न विभागों में गड़बड़ी का छाया रहा मुद्दा
जिला परिषद के सभागार में शनिवार को आयोजित जिला परिषद की सामान्य बैठक में भ्रष्टाचार व अनियमितता का मुद्दा छाया रहा.
हाजीपुर.
जिला परिषद के सभागार में शनिवार को आयोजित जिला परिषद की सामान्य बैठक में भ्रष्टाचार व अनियमितता का मुद्दा छाया रहा. जिला पार्षदों ने कई विभागों पर व्यापक स्तर पर गड़बड़ी का आरोप लगाया. पदाधिकारियों से सवाल किये गये व कई गंभीर आरोप भी लगाये गये. सदस्यों के निशाने पर पीएचइडी, आइसीडीएस और शिक्षा विभाग मुख्य रूप से रहे. बैठक के दौरान डीडीसी शम्स जावेद अंसारी ने सदस्यों के आरोपों की जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिला परिषद के अध्यक्ष आशुतोष कुमार दीपू, उपाध्यक्ष मनोज कुमार, महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन, लालगंज विधायक संजय कुमार सिंह, राजापाकर विधायक प्रतिमा कुमारी, पातेपुर विधायक लखेंद्र कुमार रौशन की उपस्थिति में जिला परिषद की सामान्य बैठक करीब छह घंटे तक चली. बैठक में स्कूल में बेंच डेस्क की सप्लाई, बोरिंग, बाउंड्रीवाल आदि के निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखने का आरोप लगाया गया. बैठक् में शिक्षा विभाग के अधिकारी को विद्यालय की मरम्मती, पढ़ाई की गुणवत्ता और मानक के अनुसार बेंच-डेस्क का क्रय करने, विद्यालय में प्रबंध समिति की बैठक समय पर हो, सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. डीपीओ (आइसीडीएस) को निर्देश दिया गया कि वे आंगनबाड़ी केंद्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करें. सिविल सर्जन ने बताया कि अभी एक विशेष मुहिम के तहत बड़े पैमाने पर आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. डीडीसी ने कहा कि इस कार्य में प्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता जरूरी है. यह अभियान सात अगस्त तक चलेगा. बैठक में इसके अतिरिक्त बिजली, नल जल, पंचायत सरकार भवन, जिला आपूर्ति, राशन कार्ड सहित कई मामलों पर चर्चा हुई. कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि वे अपने विभाग के जूनियर इंजीनियर, सहायक अभियंता और स्वयं लोगों का फोन अवश्य रिसीव करें. सदस्यों ने 15 में वित्त आयोग तथा षष्ठम राज्य वित्त आयोग से प्राप्त राशि के तहत ली जाने वाली योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी क्षेत्र में समान अनुपात में योजनाओं पर राशि खर्च हो, ताकि सभी क्षेत्र का समान विकास हो सके. राशि के वितरण में असमानता न हो. जिला परिषद के अध्यक्ष के साथ उप विकास आयुक्त सह मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि सभी सदस्यों की राय को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जायेगा. सदस्यों से योजना के लिए अनुशंसा प्राप्त की जायेगी. बैठक में जिला परिषद के मुख्य योजना पदाधिकारी सह जिला योजना पदाधिकारी, वैशाली के साथ अपर मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी, जिला अभियंता एवं सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं जिला पार्षद उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है