hajipur news. बरैला झील के विकास की योजना करें तैयार : डीएम

बरैला झील के निरीक्षण के दौरान झील से संबंधित समस्याओं और अब तक हुई प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी डीएम को दी गयी. साथ ही पक्षी बिहार के विकास और झील के जीवंतता को बचाए रखने के लिए झील में नरकट जंगलों की सफाई की मांग की गयी

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2024 10:29 PM

डीएम ने नाव से बरैला झील का किया निरीक्षण

संवाददाता, हाजीपुर

जंदाहा व पातेपुर प्रखंड के करीब 1628 हेक्टेयर में फैले बरैल झील का शनिवार को डीएम यशपाल मीणा ने पदाधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. वे डा सलिम अली झील बरैला पक्षी आश्रयणी के बसघट्टा घाट लोमा पहुंचे. वहां बिहार राज्य आर्द्र भूमि प्राधिकरण के पूर्व सदस्य पर्यावरणविद पंकज कुमार चौधरी और वैशाली गंगा प्रहरियों ने डीएम का अभिवादन किया. इसके बाद एक नाव से डीएम के साथ पंकज चौधरी, वन प्रमंडल पदाधिकारी अमित कुमार और एडीएम तथा दूसरे नाव पर एसडीएम महुआ के साथ पातेपुर और जंदाहा के अंचलाधिकारी सवार होकर झील का निरीक्षण किया. बरैला झील के निरीक्षण के दौरान झील से संबंधित समस्याओं और अब तक हुई प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी डीएम को दी गयी. साथ ही पक्षी बिहार के विकास और झील के जीवंतता को बचाए रखने के लिए झील में नरकट जंगलों की सफाई, झील में पानी आने के जलस्राेतों जैसे बाया नदी और करैला मन से झील तक नहरों का नवनिर्माण, जंदाहा-पातेपुर अंचल अंतर्गत झील के चतुर्दिक रिंग रोड का निर्माण, बसघट्टा घाट पर पक्षी बिहार का मुख्य द्वार, पार्क, झील के अंदर वाच टावर समेत अन्य कार्य कराने की मांग की गयी.

निरीक्षण के दौरान डीएम ने यह भी जाना कि ठंड के मौसम में कितनी बड़ी संख्या में साइबेरिया और अन्य मुल्कों के प्रवासी पक्षी यहां आकर बसेरा करते हैं. उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी, वैशाली को निर्देश दिया कि वे इसके विकास के लिए समेकित योजना तैयार करें. उन्होंने कहा कि यहां इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करें. बताया गया कि सलीम अली जुब्बा सहनी पछी अभयारण्य में अक्टूबर से फरवरी महीने तक प्रवासी पक्षियों का डेरा रहता है. यह पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां साइबेरियन क्रेन, जांघिल, ओपन बिल स्टार्क जैसे पछी आते हैं. डीएम ने निरीक्षण क्रम में ग्रामीणों से भी बातचीत की. उन्होंने झील के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया और वहां की ऐतिहासिक और वर्तमान स्थिति का आकलन किया. उन्होंने स्थानीय लोगों से बरेला झील के संबंध में सांस्कृतिक एवं पुरानी जानकारियां हासिल की. निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता बिनोद कुमार सिंह, महुआ एसडीओ किसलय कुशवाहा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

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