लोकसभा चुनाव के दौरान होगी विशेष चिकित्सा व्यवस्था
लोकसभा चुनाव के मौके पर गर्मी से बीमार होने या स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सेवा मुहैया करायी जायेगी. चुनाव के दौरान सभी संस्थानों में चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर चिकित्सा अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक एवं जिला निर्वाचन पदाधिकारी की ओर से बिंदुवार निर्देश जारी किया गया है,
हाजीपुर. लोकसभा चुनाव के मौके पर गर्मी से बीमार होने या स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सेवा मुहैया करायी जायेगी. चुनाव के दौरान सभी संस्थानों में चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर चिकित्सा अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक एवं जिला निर्वाचन पदाधिकारी की ओर से बिंदुवार निर्देश जारी किया गया है, जिसमें लोकसभा चुनाव के दरम्यान सभी संस्थानों में निर्बाध रूप से चिकित्सीय सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है. इस निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने जिले के चिकित्सा अधिकारियों एवं इससे संबंधित अधिकारियों को इन निर्देशों पर अमल करने को कहा है.
सदर अस्पताल के अधीक्षक, महुआ अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक, जिला स्तरीय कार्यक्रम पदाधिकारी तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि चुनाव के दौरान हिंसात्मक घटना या दुर्घटना में घायल होने वालों तथा चुनाव कार्य में लगे पुलिसबल व केंद्रीय बल को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है. चुनाव की तिथि से तीन दिनों पूर्व से लेकर मतदान के एक दिन बाद तक सभी अस्पतालों में 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र भी पूरे दिन कार्यरत रहेंगे. साथ ही सभी एंबुलेंस अस्पताल परिसर में मौजूद रहने और उन एंबुलेंसों में आवश्यक उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करना है.चुनाव अवधि के दरम्यान चिकित्सा अधिकारी, पारा मेडिकल कर्मी तथा चिकित्सीय कार्य से जुड़े अन्य अधिकारियों या कर्मियों को किसी तरह का अवकाश नहीं दिया जायेगा. हिदायत दी गयी है कि कोई भी चिकित्सक चुनाव के तीन दिन पहले से और एक दिन बाद तक अपनी पोस्टिंग वाली जगह छोड़कर बाहर नहीं जा सकेंगे. चिकित्सा अधिकारियों को दिये गये निर्देश में बताया गया है कि चूंकि गर्मी का समय है और ऐसी स्थिति में बीमार होने पर पीड़ित को तुरंत इलाज की सुविधा मिलनी चाहिए. इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थान 24 घंटे क्रियाशील रहेंगे. सभी आवश्यक दवाओं का इमरजेंसी में भंडारण कर लेने विशेषकर डिहाइड्रेशन, डायरिया व सन स्ट्रोक्स से संबंधित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है.