विश्व मलेरिया दिवस पर नर्सिंग छात्राओं ने रैली निकाल किया जागरुक

विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर गुरुवार को सदर अस्पताल से नर्सिंग की छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को मलेरिया से बचाव की जानकारी दी. सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने हरी झंडी दिखा कर जागरूकता रैली को रवाना किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 11:02 PM
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हाजीपुर. विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर गुरुवार को सदर अस्पताल से नर्सिंग की छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाल कर लोगों को मलेरिया से बचाव की जानकारी दी. सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने हरी झंडी दिखा कर जागरूकता रैली को रवाना किया. बैनर और पोस्टर के साथ नर्सिंग की छात्राओं ने पूरे सदर अस्पताल में घूम-घूम कर लोगों इससे बचाव व रोकथाम की जानकारी दी. साथ ही ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में भी मरीज और उनके संबंधियों को मलेरिया से संबंधित पंपलेट भी बांटे, जिसपर मलेरिया से संबंधित पूरी जानकारी थी. इसके अलावा सभी पीएचसी तथा सीएचसी में भी मलेरिया दिवस को मनाया गया. एएनएम तथा आशा कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्र में मलेरिया पर जागरूकता संबंधी जानकारी दी. रैली में वीडीसीओ प्रीति आनंद, राजीव कुमार, निहाल कुमार,अमित कुमार, संबीता, प्रियंका कुमारी एवं नर्सिंग की छात्राएं शामिल थी.

मलेरिया क्या है:

मलेरिया एक गंभीर, कभी-कभी जानलेवा और संक्रामक बीमारी है. यह परजीवी (पैरासाइट्स) के कारण होता है. इसका मतलब है कि मलेरिया मच्छर के काटने से फैलता है।

मलेरिया के लक्षण:

मलेरिया से पीड़ित होने वाले ज्यादातर लोगों को तेज बुखार और दूसरे फ्लू जैसे लक्षण अनुभव होते हैं. लक्षणों का जितनी जल्दी हो सके इलाज करना जरूरी है, क्योंकि स्थिति तेजी से गंभीर हो सकती है और जटिलताओं के चलते जान जाने का खतरा भी हो सकता है. डॉक्टर्स के अनुसार मलेरिया के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं. अधिकतर लोगों को बीमारी के संपर्क में आने के 10 से 15 दिनों के बीच लक्षणों का पता चलता है. अगर आपको मलेरिया हो, तो फ्लू जैसे लक्षणों के अलावा बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, जी मिचलाने, उल्टी और दस्त जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

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