फाइलों में सिमटी शहर को जाम से निजात दिलाने की योजना, रोज होती है परेशानी
हाजीपुर शहर में जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है. शहर में जाम की स्थिति ऐसी है जैसे यह लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गयी हो. गुरुवार को भी शहर की सड़कों पर लगे जाम की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई.
हाजीपुर. हाजीपुर शहर में जाम की समस्या लाइलाज होती जा रही है. शहर में जाम की स्थिति ऐसी है जैसे यह लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गयी हो. गुरुवार को भी शहर की सड़कों पर लगे जाम की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई. काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे. शहर के कचहरी रोड व सिनेमा रोड में यादव चौक से डाकबंगला चौक को जाने वाली सड़क पर इस कदर जाम लगा था कि लोगों को पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा था. इन दो रास्तों पर लगे भीषण जाम का असर इसके आसपास की सड़कों पर भी देखने को मिला. तीन-चार मिनट की दूरी तय करने में लोगों को करीब आधे घंटे का समय लग गया. कुछ ऐसा ही हाल गांधी चौक, बुद्धमूर्ति चौक, एसडीओ रोड मोड़ व हॉस्पिटल रोड का था. जाम की वजह से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हुई. कई एंबुलेंस भी काफी देर तक जाम में फंसी रही. योजनाओं पर नहीं हो पाता है अमल शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए हर महीने-दो महीने पर बैठकें होती हैं. बैठक में शहर में सुचारु ट्रैफिक व्यवस्था के लिए कई योजनाएं बनती हैं. संबंधित पदाधिकारियों व पुलिस को निर्देश दिये जाते हैं. लेकिन, ये शहर को जाममुक्त बनाने के लिए तैयार की गयी योजनाएं व निर्देश बैठक की फाइलों में ही सिमट कर रह जाती हैं. कभी-कभी कुछ दिनों के लिए इन योजनाओं को अमल में भी लाया जाता है, लेकिन कुछ दिन की सख्ती के बाद फिर से स्थिति पहले जैसी हो जाती है. अतिक्रमण व पार्किंग की कमी से लगता है जाम शहर में दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही जाम की समस्या का सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण व पार्किंग की व्यवस्था का न होना है. शहर की सड़कों के किनारे व चौक-चौराहे पर जहां फुटपाथी दुकानदारों का कब्जा है, वहीं पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों अपनी गाड़ियों को बेतरतीब तरीके से सड़क किनारे पार्क कर देते हैं. इसकी वजह से ट्रैफिक का दबाव बढ़ते ही शहर की सड़कों पर जाम लगने का सिलसिला शुरू हो जाता है.
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