हाजीपुर. लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह हाजीपुर लोकसभा के प्रत्याशी चिराग पासवान रविवार की देर शाम विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए. इस दौरान हाजीपुर में चिराग ने मीडिया से कहा कि चाचा पशुपति पारस का पहले से आशीर्वाद मिलता था लेकिन अपना आशीर्वाद का हाथ मेरे सिर से क्यों हटाया, मुझे समझ में नहीं आ रहा. पता नहीं किसी कारण से मुझे घर और परिवार से निकाल दिया. वे अक्सर मीडिया से कहते थे सूरज पश्चिम से उग सकता है लेकिन चिराग से मेरा कोई रिश्ता नहीं होगा. अगर मैं उनका सगा बेटा होता तो क्या इसी तरीके से मुझे निकाल कर बाहर कर देते. परिवार टूटने के बाद अपने ही घर के दरवाजा मेरे लिए बंद कर दिया गया. मुझे टाइफाइड हुआ था तब भी मैं आशीर्वाद लेने उनके घर गया था दरवाजे पर डेढ़ घंटा खड़ा रहने के बाद चाची ने गेट खोला तो मैं उनके पांव छूने झुका लेकिन वो पीछे हट गई और बोली कि तुम्हारे साथ जो हो रहा है अच्छा हो रहा है.
40 सीटें जीत कर पूरा करना है पीएम का लक्ष्य
चिराग ने कहा कि फिलहाल मैं इन चीजों से बहुत बाहर निकल चुका हूं. मेरी लड़ाई बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट की लड़ाई के साथ आगे बढ़ चुकी है. मैं तमाम चीजों को पीछे छोड़ चुका हूं. आज की तारीख में प्रधानमंत्री को 40 की 40 सीटें जीतकर देनी है और उनका लक्ष्य पूरा करना है. चिराग ने बिना नाम चाचा पशुपति कुमार पारस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हाजीपुर को पिछले 5 वर्षों में लोगों को थोड़ी निराशा हुई है लेकिन उनकी पूरी कोशिश होगी कि फिर से लोगों का भरोसा बहाल करें. चिराग ने कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान ने लंबे समय तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. उन्हें भी लोगों का उतना ही प्यार मिलेगा.