डायल 112 की पुलिस की बढ़ायी गयी जिम्मेदारी, कॉल रिस्पॉन्स का कार्य पूर्ववत रहेगा जारी

जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में तैनात डायल 112 की पुलिस की जिम्मेदारी अब और बढ़ा दी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2025 10:59 PM

हाजीपुर.

जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में तैनात डायल 112 की पुलिस की जिम्मेदारी अब और बढ़ा दी गयी है. इमरजेंसी कॉल को रिस्पॉन्स देने के साथ ही अब डायल 112 की पुलिस थाना की पुलिस को अपना सहयोग कर क्राइम कंट्रोल में भी मदद करेगी. डायल 112 की पुलिस पर विधि व्यवस्था को लेकर थानाध्यक्ष का नियंत्रण होगा. थाना क्षेत्र में होने वाली घटनाओं, छापेमारी, गिरफ्तारी या अन्य जरूरत के समय थानाध्यक्ष के निर्देश पर अन्य कार्य में भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेगी, लेकिन उसकी पहली प्राथमिकता इमरजेंसी कॉल को रिस्पॉन्स देना है. जिले में विभिन्न थाना क्षेत्र में मारपीट, आपराधिक घटनाएं, एवं दुर्घटना के समय लोगों की मदद के लिए पहुंचने वाली डायल 112 की पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ा दी गयी है. प्रतिदिन औसतन छह इमरजेंसी कॉल अटेंड करने के बाद पूरा दिन बैठे रहने वाली डायल 112 की पुलिस वैन पर अब एक पुलिस पदाधिकारी के साथ तीन सिपाही को तैनात किया गया है. पहले वैन पर बिना हथियार के मात्र दो सिपाही को ही तैनात किया गया था. डायल 112 की पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ने के बाद जहां आम लोगों को इसका लाभ मिलेगा वहीं क्षेत्र में भी अपराध के ग्राफ में कमी आने की उम्मीद है.थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गश्ती करेगी डायल 112 की पुलिस : डायल 112 की प्रभारी पुष्पा कुमारी के बताया कि पहले डायल 112 की पुलिस सिर्फ इमरजेंसी कॉल ही रिस्पॉन्स करती थी. शुरुआती दौर में अपराध एवं अन्य मामले को लेकर काफी कॉल्स आते थे, लेकिन अपराध पर लगाम लगने के कारण तथा डायल 112 की पुलिस की बेहतर रिस्पॉन्स टाइम को देखते हुए एसपी ललित मोहन शर्मा के निर्देश पर उनकी जिम्मेदारी बढ़ा दी गयी है. थाना क्षेत्रों में तैनात डायल 112 की पुलिस थानाध्यक्ष के निर्देश पर निर्धारित क्षेत्र में लगातार गश्ती कर आपराधिक गतिविधि पर नजर रखेंगे. इसी बीच अगर कोई इमरजेंसी कॉल्स आते है तो उसे प्राथमिकता देते हुए डायल 112 की पुलिस पहले की तरह काम करती रहेगी.

जिले में 44 चारपहिया वाहन और 13 बाइकर्स टीम हैं डायल 112 में कार्यरतएसपी ने बताया कि जिले में वर्तमान में डायल 112 की कुल 44 वैन कार्य कर रही है. वहीं शहरी क्षेत्र के साथ वैसे स्थान जहां चार पहिया वाहनों के पहुंचने की सुविधा नहीं है वैसे स्थानों के लिए 13 डायल 112 की बाइकर्स टीम कार्य कर रही है. बताया गया कि डायल 112 की पुलिस क्षेत्र में गश्ती करने के साथ अपराधियों को गिरफ्तार करेगी. वाहन जांच के साथ थानाध्यक्ष के निर्देश पर अन्य कार्यों में पुलिस की मदद करने की भी उन्हें जिम्मेदारी दी गयी है. बताया गया कि पहले वैन पर पदाधिकारी नहीं रहने के कारण किसी भी मामले में डायल 112 की पुलिस को कोई भी निर्णय लेने में परेशानी होती थी. पदाधिकारी के रहने पर वे स्थिति के अनुसार वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर निर्णय ले सकते है.डायल 112 पर कॉल करने पर औसतन चार मिनट में पहुंचती है पुलिस : एसपी ने बताया कि डायल 112 की पुलिस का रिस्पॉन्स टाइम काफी बेहतर रहा है. जिले के किसी भी स्थान से कॉल करने पर औसतन चार से पांच मिनट के भीतर पुलिस मौके पर पहुंच जाती है. खासकर सड़क दुर्घटना के समय डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंच कर तत्काल घायल को अस्पताल पहुंचा कर जान बचाने में मदद कर रही है. अब किसी आपराधिक घटना के समय वैन पर पदाधिकारी के तैनात रहने पर बदमाशों की गिरफ्तारी या विधि व्यवस्था को बनाये रखने में मदद मिलेगी.

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