फसल क्षति मुआवजा का आवेदन रिजेक्ट करने से पहले किसानों को फोन से दें सुधार करने के लिए सूचना
बाढ़ की वजह से फसल को हुई क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान राशि वितरण से संबंधित कार्य की समीक्षा डीएम यशपाल मीणा ने हाजीपुर समाहरणालय सभागार में की.
हाजीपुर.
बाढ़ की वजह से फसल को हुई क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान राशि वितरण से संबंधित कार्य की समीक्षा डीएम यशपाल मीणा ने हाजीपुर समाहरणालय सभागार में की. डीएम फसल क्षति मुआवजा के लिए प्राप्त आवेदनों की ठीक जांच करने का निर्देश दिया. साथ ही वास्तविक जमीन के पुराने रसीद को रिजेक्ट करने से पहले संबंधित किसान से उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सुधार करने के लिए सूचना देने तथा इसके बाद ही किसी के आवेदन को निरस्त करने का निर्देश दिया. जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है, उसका भुगतान हर हाल में करने का निर्देश दिया गया. साथ कहा गया कि कोशिश यह करनी है कि कम से कम आवेदन निरस्त हो. डीएम ने कहा कि केले की फसल की क्षति होने पर उसका भुगतान अवश्य किया जाये. वहीं जिला कृषि पदाधिकारी एवं अपर जिला दंडाधिकारी (आपदा) को निर्देश दिया गया कि जिन प्रखंडों में ज्यादा पेंडेंसी है, वहां स्वयं जाकर कार्य की निगरानी करें. जिन प्रखंडों में बाढ़ नहीं आयी है, वहां के प्रखंड कृषि पदाधिकारी तथा कृषि समन्वयकों को निकटवर्ती बाढग्रस्त प्रखंडों में प्रतिनियुक्त करें, जिससे कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जा सके. बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, अपर जिला दंडाधिकारी (आपदा), जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी हाजीपुर एव महनार, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी हाजीपुर, राघोपुर एवं महनार, संबंधित पंचायत के इंचार्ज कृषि समन्वयक, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं किसान सलाहकार उपस्थित थे.हाजीपुर, महनार व राघोपुर में बाढ़ से हुई थी क्षति :
जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार हाजीपुर प्रखंड के एक पंचायत, राघोपुर प्रखंड के सभी 20 पंचायत तथा महनार के चार पंचायत बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है. इन प्रखंडों से बीते 14 अक्तूबर तक कुल 1365 किसानों ने फसल क्षति अनुदान के लिए आवेदन दिया है. हालांकि आवेदन के लिए जिला कृषि कार्यालय से अंतिम तिथि की घोषणा नहीं की गयी है. विभाग द्वारा तीनों प्रखंडों में कुल 4008.12 हेक्टेयर भूमि पर बाढ़ के कारण फसल नुकसान होने का आंकड़ा सामने आया है. सरकारी आंकड़े के अनुसार बाढ़ के कारण किसानाें को सात करोड़ 10 लाख 75 हजार 40 रुपये के क्षति का अनुमान लगाया गया है.कृषि विभाग की बाढ़ प्रभावित सर्वे रिपोर्टप्रखंड पंचायत प्रभावित भूमि (हेक्टेयर) अनुदान की राशिहाजीपुर कर्णपुरा 47 13360.00महनार अलीपुर हट्टा 43 10641.49महनार हसनपुर उत्तरी 41 15166.12महनार हसनपुर दक्षिणी 57 19463.50राघोपुर ब्रह्मपुर 5 1092.05राघोपुर चांदपुरा 30 7569.25राघोपुर फतेहपुर 10 2511.00राघोपुर जफराबाद टोक 6 1574.00राघोपुर जुरावनपुर बरारी 98 40398.00राघोपुर जुरावनपुर करारी 113 46382.00राघोपुर मलिकपुर 1 493.00राघोपुर मोहनपुर 7 1875.00राघोपुर पहाड़पुर पूर्वी 82 26151.00राघोपुर पहाड़पुर पश्चिमी 170 44466.56राघोपुर राघोपुर पूर्वी 16 4008.30राघोपुर राघोपुर पश्चिमी 116 33726.72राघोपुर रामपुर श्यामचंद 14 4522.00राघोपुर रुस्तमपुर 5 1433.00राघोपुर सैदाबाद 1 324.00राघोपुर सरायपुर 106 39940.45राघोपुर तेरसिया 174 62152.00राघोपुर वीरपुर 170 67593. 60
अनुदान के लिए किसान खुद कर सकते हैं आवेदन :
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से हुए फसल क्षति अनुदान के किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते है. इसके लिए किसान अपने मोबाइल, कंप्यूटर या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते है. इसके लिए प्रखंड में स्थित ई-किसान भवन में नि:शुल्क आवेदन करने की सुविधा दी गयी है. बताया गया कि कोई भी किसान कृषि विभाग के सरकारी बेवसाइट dbtagriculture.bihar.gov.in पर जाकर अपना आवेदन करेंगे. सभी प्रविष्टी अपलोड करने के बाद ओटीपी आएगी. ओटीपी डालने के बाद आवेदन में भूमि का एलपीसी, जमाबंदी रशीद, संलग्न करना अनिवार्य है. जिसके बाद आवेदन सबमिट करते ही मोबाइल पर मैसेज प्राप्त हो जायेगा. जिसमें आवेदन संख्या अंकित होगी. जिसके बाद स्वत: आवेदन कृषि समन्वयक के लॉगिन पर सत्यापन के लिए अग्रसारित हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है