महनार की करनौती पंचायत में ग्रामीणों ने बुलंद किया ””रोड नहीं, तो वोट नहीं”” का नारा
महनार प्रखंड की करनौती पंचायत के लोगों ने मंगलवार को पक्की सड़क की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करते हुए रोड नहीं, तो वोट नहीं, की नारेबाजी की.
महनार प्रखंड की करनौती पंचायत के लोगों ने मंगलवार को पक्की सड़क की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करते हुए रोड नहीं, तो वोट नहीं, की नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में रुपनारायणपुर स्टेट बैंक की शाखा से करनौती बेसिक स्कूल से बांदे जाने वाली सड़क पिछले कई वर्षों से जर्जर स्थिति में है. सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है. चुनाव के दौरान वोट मांगने आने वाले नेता सड़क निर्माण का वादा तो करते हैं, लेकिन जीतने के बाद वे भूल जाते हैं. सड़क के पक्कीकरण नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है. लोगों ने गांव में जगह-जगह सड़क नहीं तो वोट नहीं का बैनर-पोस्टर लगा दिये हैं. उनका कहना है कि यदि उनके लिए एक रोड नहीं बन सकता है, तो फिर वोट देने का क्या फायदा. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में अगर रोड नहीं बनता है, तो वे किसी को वोट नहीं करेंगे और इस चुनाव का पूरी तरीके से बहिष्कार करेंगे. ग्रामीणों ने कहा कि जहां सरकार आज चहुंमुखी विकास की बात करती है, वहीं इस पंचायत के लोग यातायात की समस्या से जूझ रहे हैं. कहा कि हम सब ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि विकास नहीं तो वोट नहीं के मार्ग पर चल कर नेताओं का बहिष्कार किया जायेगा. बताया गया कि ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर पूर्व विधायक व जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा तथा वर्तमान विधायिका बीना सिंह का ध्यान आकर्षित कराया था, लेकिन आज तक इस रोड पर किसी ने भी नजर नहीं डाली. स्थानीय लोगों के अनुसार वर्ष 2007 में ही इस ग्रामीण सड़क का निर्माण कराया गया था. इस मौके पर चंद्रिका चौधरी, तेतर राय, रणधीर राय, सहदेव शर्मा, विनोद चौधरी, शिशु पाल, संजय चौधरी, सनोज राय, सुरेश सिंह, राजेश शर्मा, कपलेशर दास, ब्लू दास, नवनीत सिंह, जितेंद्र राय, विजय सिंह, सुरेंद्र चौधरी, सागर शर्मा आदि उपस्थित थे.
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