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रुस्तमपुर-कच्ची दरगाह पीपा पुल खुलने से नाविकों की बढ़ी मनमानी

गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ ही राघोपुर प्रखंड के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद राघोपुर को सड़क मार्ग से जोड़ने का एक मात्र साधन रुस्तमपुर-कच्ची दरगाह पीपा पुल को मंगलवार को खोल दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 3, 2024 10:37 PM

गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ ही राघोपुर प्रखंड के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद राघोपुर को सड़क मार्ग से जोड़ने का एक मात्र साधन रुस्तमपुर-कच्ची दरगाह पीपा पुल को मंगलवार को खोल दिया गया. पीपा पुल के खुलने के साथ ही अब अगले छह महीने तक राघोपुर प्रखंड के लोगों को राजधानी पटना जाने के लिए या जिला मुख्यालय हाजीपुर समेत अन्य जगहों पर जाने-आने के लिए नाव से ही गंगा नदी पार करना होगा. इसकी वजह से राघोपुर प्रखंडवासियों को अगले छह माह तक आवागमन की परेशानी झेलनी पड़ेगी. मालूम हो कि राघोपुर से प्रतिदिन हजारों लोग राजधानी पटना, हाजीपुर समेत अन्य जगहों पर जाते-आते हैं. राघोपुर से दैनिक मजदूर, नौकरी-पेशा के साथ-साथ दूध-सब्जी विक्रेता व हजारों छात्र-छात्राएं रोजाना पटना-हाजीपुर जाते-आते हैं. बड़ी संख्या में पटना, हाजीपुर से राघोपुर प्रखंड के कार्यालय सरकारी शिक्षक, स्वास्थ्यकर्मी, बैंककर्मी आदि भी रोजाना सफर करते हैं. पीपा पुल जाने से इन सबकी परेशानी काफी बढ़ गयी है.

पीपा पुल खुलते ही शुरू हो जाती है ओवरलोडिंग : चारों ओर से गंगा नदी से घिरे राघोपुर प्रखंड के लोग छह महीने पीपा पुल से और छह महीने नाव के सहारे आवागमन करते हैं. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते ही पीपा पुल को खोल दिया जाता है. पीपा पुल के खुल जाने के बाद राघोपुर के रूस्तमपुर, जेठुली समेत गंगा नदी के अन्य घाटों से खुलने वाले नाव पर ओवरलोडिंग बढ़ जाती है. नाव पर क्षमता से अधिक यात्री बैठाये जाते हैं, इसकी वजह से हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है. वहीं आवागमन का कोई दूसरा साधन नहीं होने की वजह से नाविकों की मनमानी भी शुरू हो जाती है. सरकारी स्तर पर नाव का कोई यात्री किराया तय नहीं होने की वजह से नाविक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल करने लगते हैं. भाजपा नेता गौतम सिंह ने बताया कि पीपा पुल खुल जाने के बाद राघोपुर प्रखंड के लोगों की दिक्कत काफी बढ़ गयी है. अब आवागमन का एकमात्र साधन नाव बच गया है. विभिन्न घाटों से खुलने वाले नाव पर ओवरलोडिंग शुरू हो गयी है. उन्होंने जिला प्रशासन से नाव पर ओवरलोडिंग पर रोक लगाने के लिए सभी नदी घाटों पर पुलिस बल की तैनाती की मांग की है.

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