हाजीपुर.
शहर से लेकर गांव तक, पूरा वातावरण छठमय हो गया है. लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर चारों तरफ श्रद्धा-भक्ति और उल्लास का माहौल है. हर जगह लोगों की आस्था छलक रही है. हर गली-मुहल्ले और नुक्कड़-चौराहे पर छठ मइया के गीत गूंज रहे हैं. सभी छोटे-बड़े बाजार छठ पूजा के सामान की खरीदारी को लेकर ग्राहकों की भीड़ से गुलजार बने हैं. महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन बुधवार को व्रतियों ने नियम-निष्ठा से खरना किया. दिन भर उपवास पर रहते हुए व्रतियों ने घर-आंगन, बर्तन-बासन आदि की सफाई और शुद्धिकरण का कार्य किया. शाम होते ही व्रतियों के कदम नदी घाटों की ओर बढ़ चले. नगर के कौनहारा घाट, सीढ़ी घाट, गंडक पुल घाट समेत अन्य घाटों पर व्रतियों ने नारायणी नदी में डुबकी लगायी और घर पहुंच कर पूरी शुद्धता के साथ खीर और रोटी बनायी. इसके बाद पूजा-अर्चना करते हुए छठ मइया को भोग लगाया. फिर व्रतियों ने पहले खुद प्रसाद ग्रहण किया और परिजनों-स्वजनों को प्रसाद खिलाया. इस दौरान हर व्रती के घर में हर्ष और उल्लास का माहौल बना रहा. आज गुरुवार को नदी घाटों और जलाशयों पर छठव्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास के दौरान अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने पहुंचेंगे. व्रतियों और श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए नगर के कौनहारा घाट से लेकर बालादास घाट के बीच लगभग दो दर्जन घाटों को दुरुस्त किया गया है. नगर परिषद की ओर से कौनहारा घाट समेत अन्य प्रमुख घाटों पर चेंजिंग रूम बनाये गये हैं और रोशनी की व्यवस्था की गयी है. घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. कौनहारा घाट पर कंट्रोल रूम के अलावा कई वाच टावर भी बनाये गये हैं. घाटों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं. छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान के लिए नगर के सभी घाटों की बैरिकेडिंग कर दी गयी है. घाटों पर एसडीआरएफ की अलग-अलग टीम तैनात की गयी है. टीम के जवान मोटरबोट से कौनहारा घाट से लेकर बाला दास घाट के बीच नदी में गश्ती करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है