Chhath: छठ महापर्व पर रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें घाटों के समीप कैसे गुजरेंगी ट्रेनें

Chhath: दीपावली एवं छठ पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग बाहर से बिहार लौटते हैं, जिससे रेलवे स्टेशन और आसपास के क्षेत्र में काफी भीड़ हो जाती है. कई बार भीड़ अनियंत्रित हो जाती है, जिससे दुर्घटना घट जाती है.

By Paritosh Shahi | October 28, 2024 8:07 PM

Chhath: दिवाली एवं छठ पूजा के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए सोमवार को हाजीपुर के डीएम यशपाल मीणा एवं एसपी हरकिशोर राय ने रेलवे के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एसपी ने कहा कि दीपावली एवं छठ पर्व के अवसर पर बड़ी संख्या में लोग बाहर से बिहार लौटते हैं, जिससे रेलवे स्टेशन और आसपास के क्षेत्र में काफी भीड़ हो जाती है. कई बार भीड़ अनियंत्रित हो जाती है, जिससे दुर्घटना घट जाती है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरियर ट्राली लगाया जा सकता है. रात में हाजीपुर स्टेशन पर आने वाली ट्रेन से आने वाले यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के स्तर से कई रूटों पर बस का संचालन किया जा रहा है.

पुलिस कर्मियों को सचेत रहना चाहिए- डीएम

हाजीपुर के डीएम यशपाल मीणा बताया कि बसें रात्रि 10:00 बजे तक तथा सुबह 4:00 बजे से संचालित होती हैं. रात 10:00 के बाद आने वाली ट्रेन से आने वाले यात्री रात में रेलवे स्टेशन पर ही विश्राम करें तथा सुबह होने पर ही अपने अपने गंतव्य की ओर जायें क्योंकि इस समय चोर, उचक्के, नशा खुरानी गिरोह वाले लोग सक्रिय रहकर, कई बार ऑटो वालों से मिली भगत करके यात्रियों को नुकसान पहुंचाने की ताक में रहते हैं. किसी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए रात में रेलवे स्टेशन पर ही रुकना बेहतर है. कई बार यात्री आउटर सिग्नल पर ही उतर जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. ऐसा होने पर पुलिस कर्मियों को सचेत रहना चाहिए.

ऐसे गुजरेंगी ट्रेनें

डीएम ने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के स्तर से स्थानीय स्टेशन मास्टर से समन्वय स्थापित कर रेलवे स्टेशन पर मेडिकल टीम को बैठने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि स्टेशन पर अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था भी रहनी चाहिए, ताकि आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जा सके. रेलवे लाइन के किनारे स्थित छठ घाटों के पास विशेष ध्यान रखकर रेल की गति को नियंत्रित करते हुए और हॉर्न बजाते हुए ट्रेन संचालित करने का निर्देश दिया गया.

रेलवे परिसर में आवारा पशुओं के आने पर उसे जिला पशुपालन पदाधिकारी के अधीन संचालित पशु गृह में रखवाना सुनिश्चित करने को कहा गया. कई बार आवारा पशुओं एवं रात में नीलगाय के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. रेलवे परिसर में सीसीटीवी कैमरा चालू स्थिति में हो यह सुनिश्चित करने को कहा गया. रेलवे पुल पर लोगों के पैदल चलने की मनाही होगी. वहां पुलिसकर्मियों को प्रतिनियुक्त करने को कहा गया.

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