हाजीपुर. दिग्घी स्थित पुलिसलाइन के पास जिला उद्यान कार्यालय सह इ-किसान भवन परिसर में कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत कृषि विभाग बिहार सरकार के निर्देश पर जिलास्तरीय दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण सह किसान मेला का शुभारंभ किया गया. मेले का शुभारंभ एवं उद्घाटन प्रभारी जिला पदाधिकारी विनोद कुमार सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला परिषद सदस्य स्वीकृत मणींद्र नाथ सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर प्रभारी जिला पदाधिकारी ने किसानों से सरकार की योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान किया. उन्होंने कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे कृषि विभाग में संचालित सभी तरह की किसान हितकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार, प्रसार करें और अपने कार्य एवं दायित्वों के प्रति तत्पर रहें, ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जा सके. जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने कृषि यांत्रिकीकरण योजना एवं अन्य योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी. बताया गया कि किसान कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत जिला को प्राप्त लक्ष्य के अनुसार 75 प्रकार के कृषि यंत्रों को अनुदानित दर पर खरीद कर योजना का लाभ उठा सकते हैं. इस दौरान सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, हाजीपुर, महुआ एवं महनार, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक, सभी किसान सलाहकारी, सभी बीटीएम एवं एटीएम, यंत्र विक्रेता एवं काफी संख्या में किसान मौजूद थे.
सरकार कृषि यंत्रों पर 40 से 80 प्रतिशत तक दे रही अनुदान
सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण ने बताया कि जिला में कृषि यांत्रिकीकरण योजना में अभी तक ऑनलाइन कुल 6739 आवेदन प्राप्त हुए हैं. ऑनलाइन लॉटरी पद्धति से चयनित 2247 आवेदनों का परमिट स्वीकृति पत्र निर्गत किया गया है. सरकार कृषि यंत्राें पर 40 से 80 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है. किसानों के लिए ट्रैक्टर चालित चाराकल, मल्टी क्रॉप थ्रेशर, कल्टीवेटर, रोटावेटर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, पावर वीडर, मोटर चालित राइस मिल, पंपसेट, पावर स्प्रेयर, जीरो टिलेज आदि कृषि यंत्रों एवं सिंचाई पाइप के लिए आवेदन दिया गया है. तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र हरिहरपुर के वैज्ञानिक, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण द्वारा कृषि एवं कृषि उपकरणों के उपयोग के बारे में जानकारी दी गयी. मेला में कृषि यंत्र विक्रेताओं के स्टॉल पर कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गयी है.फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर चलाया गया हस्ताक्षर अभियान
मेले में फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर किसानों को जागरूक करने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. इस दौरान फसल अवशेष प्रबंधन यंत्र भी प्रदर्शित किया गया है. मेला में किसानों द्वारा उत्पादित मशरूम, शहद आदि के स्टॉल के साथ कृषि एवं संबंद्ध विभागों, जीविका कार्यालय आदि का भी स्टॉल लगाया गया है. कार्यक्रम में विशेषज्ञों के द्वारा कृषि यंत्रों का रख-रखाव, जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, रबी मौसम में लगाई जाने वाली गेहूं, दलहनी, तेलहनी आदि फसलों की वैज्ञानिक खेती, समेकित किट व्याधि प्रबंधन, मिट्टी जांच का महत्व, उर्वरक का अनुशंसित मात्रा में प्रयोग, जैविक खेती, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति आदि के बारे में तकनीकी जानकारी दी गयी. मंच का संचालन उप परियोजना निदेशक, आत्मा के सिया राम साहू ने किया. मेले में नुक्कड़ नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. मेले में पहले दिन कुल 22 यंत्रों पर 5 लाख 33 हजार रुपये का अनुदान दिया गया. कृषि यंत्र बैंक स्थापित करने के लिए दो किसान समूहों को अतिथि के द्वारा चाभी वितरण किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है