hajipur news. डब्ल्यूपीयू में क्षमता से काफी कम प्रोसेसिंग से सड़क पर डंपर किया जा रहा कचरा
नगर परिषद क्षेत्र के बागमूसा मुहल्ले में स्थापित है कचरा प्रोसेसिंग यूनिट, सड़क किनारे डंप किये जा रहे कचरे में आग लगा देने से शहर की हवा हो रही खराब
हाजीपुर
. हाजीपुर शहर से निकलने वाले कचरे के प्रबंधन को लेकर एक तरफ नगर परिषद प्रशासन कचरा प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं होने का रोना रो रहा है, वहीं दूसरी ओर लाखों रुपये की लागत से नगर परिषद क्षेत्र के बागमूसा मुहल्ले में स्थापित कचरा प्रोसेसिंग यूनिट(डब्लयूपीयू) में प्रोसेसिंग के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. इसके कारण प्रतिदिन शहर से निकलने वाले सैकड़ों ट्रेलर कचरे को सड़क किनारे डंप किया जा रहा है. सड़क किनारे कचरा डंप करने और इसमें आग लगा देने से शहर की हवा खराब हो रही है. इसका असर लोगों की सेहत पर भी पड़ रहा है. शहर से निकलने वाले हजारों टन कचरे के प्रबंधन को लेकर लगभग चार साल पूर्व नगर परिषद प्रशासन ने लाखों रुपये की लागत से शहर के बागमुसा मुहल्ले में किराये की जमीन लेकर कचरा प्रबंधन यूनिट स्थापित की थी. यूनिट में गीले एवं सूखे कचरा को प्रोसेसिंग करने के लिए लाखाें रुपये की लागत से मशीन की खरीदारी भी की गयी थी. कचरे के पृथक्करण के लिए अलग-अलग शेड भी बनाया गया था, लेकिन इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है. यूनिट में नगर परिषद प्रशासन की ओर से 20 कर्मियों की तैनाती भी की गयी है. प्रत्येक महीने कर्मियों को मानदेय भी भुगतान किया जा रहा है. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यूनिट में गीले कचरा की प्रोसेसिंग की जा रही है.सही कार्य होता नहीं देख दिल्ली से आई टीम ने इओ को लगायी थी फटकार
स्थानीय लोगों ने बताया कि फरवरी 2022 में बागमूसा में स्थापित कचरा प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण करने नगर विकास की टीम दिल्ली से आयी थी. यूनिट में हुए खर्च के अनुरूप कार्य होता नहीं देख टीम के अधिकारियाें ने तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी पंकज कुमार को फटकार भी लगायी थी. तब बताया गया था कि यूनिट में मशीन की क्षमता के अनुसार शहर के कचरे को आसानी से प्रोसेसिंग कर शहर को स्वच्छ तथा सुंदर रखा जा सकता है. टीम के वापस जाने के बाद से ही कचरा प्रोसेसिंग यूनिट सिर्फ खानापूर्ति यूनिट बन कर रह गयी. दूसरी ओर नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि दर्जनों बार जिला प्रशासन से जमीन उपलब्ध कराने की गुहार लगायी जा चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन इसपर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहा है. बागमूसा में लगा कचरा प्रोसेसिंग यूनिट चालू है. यूनिट में 20 वर्कर की तैनाती भी की गयी है. क्षमता कम होने के कारण कचरा का प्रबंधन नहीं हो पा रहा है. नगर परिषद के पास अपना डंपिंग जोन नहीं होने के कारण ठोस कचरा को खाली पड़े स्थानों पर डंप किया जाता है.सुशील कुमार
, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद हाजीपुरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है