हाजीपुर
. कार्तिक पूर्णिमा के साथ मौसम ने करवट ले ली है. दिन में पछुआ हवा चलने के कारण रात में अब लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है. वहीं, सुबह में घने कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार भी कम रही. मौसम में बदलाव को लेकर लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गयी है. हालांकि, इस साल काफी देर से लोगों को ठंड का एहसास हुआ है. अचानक आए मौसम में बदलाव तथा ठंड बढ़ने के कारण इसका असर लोगों के स्वास्थ पर भी पड़ने की आशंका बढ़ गयी है. मौसम में बदलाव के साथ ही शुक्रवार सुबह सात बजे तक घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार काफी धीमी रही. कई जगहों पर अधिक घना कोहरा रहने के कारण वाहन चालक सड़क किनारे वाहनों को खड़ा कर कुहासा हटने का इंतजार करते देखे गए. देर रात दो बजे के बाद छाये घने कोहरे से चालकों को काफी परेशानियाें का सामना करना पड़ा. दिन में हाजीपुर का अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया. कार्तिक पूर्णिमा के बाद लोगों ने ठंड बढ़ने की आशंका जतायी है.बदलते मौसम में बच्चों व बुजुर्गों को सावधानी बरतने की सलाह
बदलते मौसम में लोगों के बीमार पड़ने की आशंका अधिक रहती है. ऐसे मौसम में थोड़ी सी लापरवाही से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. खासकर छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों में सर्दी, खांसी, जुकाम, सांस की बीमारी, टायफायड बुखार जैसी बीमारियां परेशान कर देती है. डॉ केसी विद्यार्थी ने बताया कि बदलते मौसम में छोटे बच्चों की परेशानी अधिक बढ़ जाती है. थोड़ी सी लापरवाही के कारण बच्चे बीमार पड़ जाते हैं. ऐसे मौसम में अधिकतर लोग गर्म कपड़े पहनने में लापरवाही बरतते हैं, जिससे ठंड लगने की संभावना बढ़ जाती है.
इस साल काफी देर से ठंड शुरू
स्थानीय राम प्रवेश सिंह, मणिभूषण कुमार, शशि झा आदि ने बताया कि इस साल काफी देर से ठंड पड़ना शुरू हुआ है. मौसम के समय में परिवर्तन का कारण वायुमंडल में प्रदूषण की मात्रा अधिक होना है. कई वर्षों बाद कार्तिक पूर्णिमा के बाद ठंड ने दस्तक दी है. इसने लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है. इस बार बारिश कम होने के कारण सूखा व ठंड लोगों को और अधिक परेशान करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है